मेरा नाम सौम्या है। मैं बहराइच से बोल रही हूँ। गांव में महिलाओं को इसलिए काम नही मिलता क्योंकि आधा पैसा तो प्रधान खा लेता है ।
मेरा नाम सौम्या है। मैं बहराइच से बोल रही हूँ। गांव में महिलाओं को इसलिए काम नही मिलता क्योंकि आधा पैसा तो प्रधान खा लेता है ।