गर्मी की लहर के दौरान बाहर काम करने वाले लोगों की सुरक्षा पर आधारित कार्यक्रम। यह कहानी एक परिवार के माध्यम से लू से होने वाले खतरों, चिकित्सा सलाह और सुरक्षा उपायों को दर्शाती है, साथ ही श्रोताओं को जागरूक करने का प्रयास करती है। आपकी राय में इस भीषण गर्मी में किस तरह से बाहर काम करने वाले लोग अपना ध्यान रख सकते हैं? हम किस तरह से इन लोगों की मदद कर सकते हैं?
महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक स्वतंत्रता के लिए ऐसा क्या किया जा सकता है कि जिससे कि उनके जीवन को बेहतर बनाया जा सके, और एक स्वतंत्र नागरिक के तौर पर माना जा सके बनिस्बत इसके कि वह किसी की बेटी या किसी की पत्नी है? जबकि संविधान महिला और पुरुष में भेद किये बिना सबको समान मानता है, इसका जवाब है, भूमि अधिकार और संपत्ती पर हक। दोस्तों आप इस मसले पर क्या सोचते हैं ? *----- "* इतिहास से लेकर वर्तमान तक महिलाओं की सशक्त भूमिका रही है, उसके बाद भी अभी तक उन्हें विकास की मुख्यधारा में नहीं लाया जा सका है, आपको इसके पीछे क्या कारण लगते है ? * महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने और उन्हें मुख्यधारा में जोड़ने के लिए किस तरह के सुधारों की आवश्यकता है? "
बिहार राज्य के नवादा ज़िला के नारदीगंज के कोशला से तारा ,मोबाइल वाणी के माध्यम से श्रेयसी से बात कर रही है। ये बताती है कि अधिकार हम सभी में निहित है। चाहे हमारे राष्ट्रीयता ,लिंग , जातीय मूल ,रंग ,धर्म कुछ भी अधिकार बुनियादी है
बिहार राज्य के नवादा ज़िला के नारदीगंज के कोशला से श्रेयश्री ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि महिला सशक्तिकरण का मतलब होता है महिलाओं का पारिवारिक बंधनों से मुक्त होकर अपने और अपने देश के विषय में सोचने की क्षमता का विकास। अर्थात महिला सशक्तिकरण से ये से समझते है कि महिलाएं अपने निर्णयो के लिए किसी अन्य पर निर्भर ना हो और वह अपने जीवन के विषय में खुद निर्णय ले सकें।
बिहार राज्य के नवादा ज़िला के नारदीगंज के कोशला से मिंटू कुमारी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि समाज में महिलाओं की भूमिका बदल गई है। महिलाएं वर्तमान में देश की प्रगति में योगदान दे रही है। महिलाएँ सशक्त हो गई है
बिहार राज्य के नवादा ज़िला से प्रभा कुमारी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि महिला सशक्तिकरण का मतलब होता है महिलाओं का पारिवारिक बंधनों से मुक्त होकर अपने और अपने देश के विषय में सोचने की क्षमता का विकास। अर्थात महिला सशक्तिकरण से हम ये से समझते है कि महिलाएं अपने निर्णयो के लिए किसी अन्य पर निर्भर ना हो और वह अपने जीवन के विषय में खुद निर्णय ले सकें।
बिहार राज्य के नवादा ज़िला से हमारी श्रोता ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि भारत में नारी आंदोलन से समाज पर यह प्रभाव पड़ा है कि नारी की सामाजिक स्थिति मजबूत हुई है। समकालीन भारत में नारी आंदोलन तेजी से बढ़ते हुए सामाजिक आंदोलन रहे हैं। इन आंदोलनों के कारण नारी शक्ति व महिला सशक्तिकरण की विचारधारा को बल मिला है। परिवार में महिलाओं की स्थिति अधिक मजबूत होती जा रही है।
बिहार राज्य के नवादा ज़िला से हमारी श्रोता ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि आधुनिक समाज में महिलाओं की भूमिका निरंतर बढ़ रही है। समाज में उन्हें अपना स्थान बनाने का मौका मिल रहा है। महिलाओं को अलग अलग क्षेत्र में जगह मिलने से समाज में समानता और न्याय का संचार होगा
बिहार राज्य के जिला नवादा से पूजा कुमारी पूजा , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि समाज में महिलाओं की भूमिका बदल गई है। समाज में महिलाओं की भूमिका अति प्रतिबंधात्मक पर विकसित होकर वर्तमान में बढ़ती हुई शक्तिकरण और भागीदारी वाली स्थिति में पहुँच गई है। महिलाओं ने शिक्षा के लिए संगर्ष किया है।
बिहार राज्य के नवादा जिला के नारदीगंज प्रखंड से तारा ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि भारत में महिलाओं की स्थिति सुधारने के लिए सरकार ने कई कानून बनाये हैं। स्त्री शिक्षा को भारत में अनिवार्य किया गया है। साथ ही लड़की की मर्ज़ी के बिना शादी करना भी कानून में अपराध घोषित किया गया है।
