बिहार राज्य के नवादा जिला से तारा ने मोबाइल वाणी के माध्यम से महिलाओं के अधिकार की पहली जीत कब हुई थी। इसके बारे में विस्तारपूर्वक बताया
बिहार राज्य के नालंदा जिला से तारा कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाएं भी मानवाधिकार की हकदार हैं। जैसे शिक्षा, हिंसा से मुक्त जीवन और उचित मजदूरी जैसे समान बुनियादी अधिकारों की हकदार हैं।
बिहार राज्य के नालंदा जिला से तारा कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि व्यक्तियों के मानवाधिकार होते है जो उनकी विभिन्न तरीकों से रक्षा करते हैं। जैसे कि शिक्षित होने का अधिकार, वोट देने का अधिकार, संपत्ति रखने का अधिकार और ऐसे कई अधिकार।
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महिलाओं के मामले में, भूमि अधिकारों की दृष्टि से कई चुनौतियाँ होती हैं। भारतीय समाज में, महिलाएं अक्सर अपने परिवार और समुदाय के साथ रहती हैं और उन्हें भूमि अधिकारों की पहुँच से दूर रखा जाता है। सामाजिक प्रतिष्ठा, संस्कृति और कानूनी प्रवृत्तियाँ ऐसे होती हैं जो महिलाओं को उनके अधिकारों से वंचित कर सकती हैं। इसके अलावा, ऐसे कई सामाजिक तौर तरीके और मान्यताएँ हैं जो महिलाओं को भूमि के मामलों में उनके अधिकारों की प्राप्ति में अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। तो दोस्तों आप हमें बताइए कि *----- महिलाओं के लिए भूमि अधिकारों क्यों ज़रूरी है और उसका क्या महत्व हैं? *----- महिलाओं को भूमि अधिकारों तक पहुंचने में कौन सी बाधाएं आती हैं? *----- महिलाओं के सशक्त होने के लिए समाज का उनके साथ खड़ा होना ज़रूरी है लेकिन ऐसा किस तरह हो सकता है? *----- आपके हिसाब से महिलाओं के सशक्त होने से समाज में किस तरह के बदलाव देखने को मिल सकते हैं?
इस भीषण गर्मी से बचना है तो इन बातों का हमेशा ध्यान रखना है। नियमित रूप से पानी पीना, भोजन में पौष्टिक तत्व और ठंडी चीज़ों को शामिल करना और हल्का भोजन करना। अगर आपने इस भीषण गर्मी से बचने के लिए कोई खास तरीका अपनाया है या फिर अपने भोजन में किसी तरह की कोई खास चीजें शामिल की हैं, जिससे कि इस भीषण गर्मी में कुछ राहत मिल सके, तो अपने ये उपाय सभी के साथ जरूर बांटें।
बिहार राज्य के नवादा ज़िला के नारदीगंज प्रखंड से सबिता देवी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि महिलाओं के लिए मौलिक अधिकार भारतीय संविधान द्वारा मुख्य अधिकार है। शिक्षा ,नौकरी ,स्वास्थ्य आदि में समानता का अधिकार प्राप्त है
मानव जीवन में योग का बहुत बड़ा योगदान है। योग से न सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है बल्कि नियमित योग करने से कई तरह की बीमरियों से निजात भी मिलती है। पहली बार 21 जून 2015 को योग दिवस मनाया गया और तब से लेकर हर वर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है। इस साल यानि 2024 का थीम है " स्वयं और समाज के लिए योग". योग दिवस को बड़े स्तर पर मनाने का मुख्य उद्देश्य है लोगों को योग के जरिये स्वस्थ और निरोगी जीवन के प्रति जागरूक करना। तो ,साथियों आइए आज योग दिवस पर हम खुद से वादा करें कि जीवन में जितनी भी व्यस्तता और चुनौतियां हो, अपने दैनिक जीवन में योग को शामिल करेंगे और जीवन को उत्साह से भर कर शरीर, मन एवं आत्मा को स्वस्थ रखेंगे।
बिहार राज्य के नवादा जिला के नारदीगंज प्रखंड से तारा ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि भारतीय कानून में महिलाओं को कई अधिकार प्रदान किये गए है। दफ्तर में सुरक्षा का अधिकार, बराबर वेतन पाने का अधिकार आदि
बिहार राज्य के नवादा जिला के नारदीगंज प्रखंड से तारा ने मोबाइल वाणी के माध्यम से भारत में महिलाओं के मौलिक अधिकारों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि महिलाओं के लिए मौलिक अधिकार भारतीय संविधान द्वारा मुख्य अधिकार होता है। जो समानता और शशक्तिकरण सुनिश्चित करते है