ई वी एम और वी वी पैट के प्रदर्शन को लेकर आज से जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत की गई। मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार आज से सभी तहसीलों एवं कलेक्ट्रेट में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

राजधानी के माल मलिहाबाद रहीमाबाद थाना क्षेत्र में धरने से बिना परमिट के आम, नीम ,सागौन और शीशम के हरे-भरे पेड़ धड़ले से काटे जा रहे हैं क्योंकि पुलिस और वन विभाग बिना परमिट काटने वाले पेड़ों पर 50 पर्सेंट कमीशन लेते हैं ऐसा ठेकेदारों का ही कहना है क्योंकि गलत काम के लिए बिना सुविधा शुल्क लिए कोई भी कर्मचारी समर्थन नहीं करता है।

विकासखंड माल की ग्राम पंचायत गहदों के मजरे कल्याणपुर की रहने वाली आरती पत्नी राजेश ने बताया कि उसका कच्चा मकान बरसात में गिर गया था जिसके बाद वह खंडहर में तब्दील हो गया। उसके बाद टीन सेट रख कर उसी में गुजर बसर कर रही है परंतु उसे आज तक आवास नहीं मिला।

सरकार आवारा पशुओं से किसने की फसल बचाने के लाख दावे करें परंतु आज भी सैकड़ो आवारा पशु किसने की फसलों को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं इसलिए आवारा पशुओं से किसने की नींद भी हराम हो चुकी है क्योंकि दिन भर किसान खेतों में काम करता है या मजदूरी करता है और रात में आवारा पशुओं से फसल को बचाने के लिए सर्द रातों में मचान बनाकर खेतों की रखवाली करता है इसलिए सरकार को इस और ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। से किसानों की फैसले बच सकें।

विकासखंड माल की ग्राम पंचायत गहदों के कई गांवों में स्ट्रीट स्ट्रीट लाइटें खराब होने से रात में अंधेरा रहता है जबकि प्रधानों द्वारा मरम्मत के नाम पर लाखों रुपए हजम कर लिए गए हैं।

राजधानी के विकासखंड माल और मलिहाबाद क्षेत्र में काफी सिंचाई नहरो के माध्यम से होती है जो संडीला ब्रांच से रजबहों और माइनर के माध्यम से की जाती है जहां एक ओर किसानों को सिंचाई के लिए निजी नलकूपों और पंप सेट का सहारा लेना पड़ता है वही यहां अनावश्यक पानी बह रहा है जिसे नहर विभाग बंद नहीं रहा है जिससे पानी व्यर्थ में बह रहा है।

राजधानी के विकासखंड माल अंतर्गत ग्राम पंचायत गहदों के मजरे कल्याणपुर में एक रास्ता ऐसा है जहां अभी तक खड़ंजा तक नहीं लगा जबकि सरकारी विकास का इतना दावा कर रहे हैं यही नहीं गांव में कई जगह नालियां भी नहीं बनाई गई है जिससे लोग कीचड़ और गंदगी में रखने को मजबूर हैं।

उत्तरप्रदेश राज्य के लखनऊ ज़िला से अलखराम ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि राजधानी के विकासखंड माल की ग्राम पंचायत गहदों के मुजरे कल्याणपुर में महीनों से नालिया सफाई करने के लिए सफाई कर्मी नहीं आया है। जिसकी वजह से यहां नालियां बज बजा रही हैं और पानी रास्तों पर बह रहा है गांव वालों के अनुसार यहां किसी भी कर्मचारी अधिकारी से शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होती है।

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जहां एक और सरकार द्वारा पहले से ही नहरों और सरकारी नलकूपों की सिंचाई माफ कर दी गई थी वहीं अब निजी नलकूपों की सिंचाई भी माफ किए जाने की सरकार ने घोषणा की है बावजूद इसके किसानों को निजी नलकूपों से सिंचाई करने के बाद₹200 घंटे देने पड़ते हैं वहीं कम पानी आने के कारण किसानों को निजी इंजन चालकों को₹200 घंटे के दर से सिंचाई देनी पड़ती है।