जहां एक और सरकार द्वारा पहले से ही नहरों और सरकारी नलकूपों की सिंचाई माफ कर दी गई थी वहीं अब निजी नलकूपों की सिंचाई भी माफ किए जाने की सरकार ने घोषणा की है बावजूद इसके किसानों को निजी नलकूपों से सिंचाई करने के बाद₹200 घंटे देने पड़ते हैं वहीं कम पानी आने के कारण किसानों को निजी इंजन चालकों को₹200 घंटे के दर से सिंचाई देनी पड़ती है।