बिहार के नालंदा जिले से सुगंतकांत जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वे एक छात्र हैं और बीए पार्ट वन में पढ़ाई करते हैं।वे जीवन में कुछ करना चाहते हैं इसलिए अपने घर से 15 किलोमीटर दूर रह कर पढाई कर रहे हैं।युवाओं की जिंदगी में भी बहुत सी दिक्कत आती है। छात्रों को नियमित दस घंटे पढ़ाई करना चाहिए और जहाँ तक पैसों की बात है तो वे टियूशन पढ़ा कर भी सकते हैं।