नमस्कार दोस्तों , मोबाइल वाणी के सभी श्रोताओं को चंदा का अभिवादन , मैं चेह्रा कला जिले वैशाली से बोल रही हूँ , मैं ढाकगांव आई हूँ , यहाँ कई बच्चे हैं और बच्चे अपनी कविताएँ और कहानियाँ सुना रहे हैं , तो आइए इन बच्चों से मिलें । रिश्ता है मेन क्लास चल पति हूं मेरा ब्लॉक चेहरा कर रहा है इस कहानी का नाम है चांद ककुट हटकर बैठा चंद एक दिन माता से ये बोला सिलवा दो मैंने मुझे उनका मोटा एक जीवला सुनसन चलती हवा रात मह जले से मर्दा है फी तूत फुट फुट कर कर रहा है । यात्रा पूरी करें , आकाश की यात्रा और यह मौसम है , अगर यह आपका नहीं है , तो मैं आपको जाने नहीं दूंगा , राधव कुर्ता , कोई भागीग बच्चे की बहुत बात कहां मां , अरे सैलून , तुषार कड़ा भगवान लगे ना ।

यह कहानी हमें सिखाती है कि हमें अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटना चाहिए , हम हमेशा यह सोचकर अपने कर्तव्य से पीछे हटते हैं कि कोई ऐसा करेगा ।

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बिहार राज्य के वैशाली ज़िला के चेहराकलां प्रखंड से चंदा ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि बच्चों को माँ का प्यार चाहिए। उन्हें अपनापन चाहिए। अगर माँ कही ओर व्यस्त रहेगी तो बच्चे चिड़चिड़ापन महसूस करने लगते है। बच्चों को समय दें ,घूमाने ले जाए ,साथ ही बच्चों को मोबाइल फ़ोन से दूर रखे