विशुनपुरा ब्लॉक के जंगल सिंघापट्टी गांव की महिला ग्राम प्रधान और सदस्य ने शनिवार को ग्राम प्रधान और सदस्यों ने ज्ञापन सौंपकर 8 जनवरी तक लेखपाल को हटाने की मांग किए है। इनका कहना है की अगर लेखपाल नही हटे तो 9 जनवरी को सामूहिक इस्तीफा देंगे। समाधान दिवस में दिए गए ज्ञापन में ग्राम प्रधान सावित्री देवी और सदस्यों का कहना है की उनके गांव में पिछले चार वर्षो से लेखपाल की तैनाती है। लेखपाल गांव में केवल विवाद उत्पन्न कराते है। सरकारी कार्य करने के लिए कोई प्रस्ताव नहीं बनाते है। गांव के विरोधियों की बात सुनते है। कई बार सांसद और विधायक भी लेखपाल को हटाने के लिए बोल चुके है, लेकिन उनको नही हटाया जाता है। लेखपाल को हटाने के लिए कई बार डीएम और एसडीएम से मिला गया है, लेकिन सुनवाई नहीं होती है। ग्राम प्रधान सावित्री देवी के अलावे जोगेंद्र गुप्त, राजमंगल, मैनेजर, गायत्री देवी, सैरून नेशा, छोटेलाल, बसंती, राजेंद्र, उषा समेत कई सदस्यों का हस्ताक्षर है।

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दो बाइकों की आपस मे हुई भिड़ंत,चार घायल पडरौना पनियहवा एन.एच.28 बी पर दो बाइको की आपस मे अनियंत्रित होकर भिड़ंत हो गई।जिसमे चार लोग घायल हो गए।पुलिस घायलो को इलाज के लिए जिला अस्पताल व मेडिकल कालेज भेजवाया।जहां घायलों का इलाज जारी है।नेबुआ नौरंगिरया थाना के पडरौना पनियहवा एन.एच.28 बी पर स्थित सरपतही खुर्द गांव के पास सोमवार देर रात को अनियंत्रित होकर आपस मे भिड़ंत हो गई।जिसमे सोनभद्र निवासी व महराजगंज मे सिचाई विभाग मे तैनात कर्मचारी राकेश38वर्ष कसया थाना के सियरहा गांव निवासी अरुण 20वर्ष,आदित्य17वर्ष,पुजारी16 घायल हो गए।जिसकी जानकारी होते ही दरोगा विनायक यादव अपने हमराहियों के साथ मौके पर पहुचकर घायलों को जिला अस्पताल भेजवाया।जहां से राकेश की स्थिति नाजुक बताते हुए चिकित्सकों ने मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया।जहां इलाज जारी है।

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नौरंगिया कप्तानगंज मार्ग के कोटवा मोड़ पर टैक्टर चालको द्वारा मंगलवार दोपहर को सड़क जाम कर रहे थे।प्रभारी निरीक्षक सहित पुलिस फोर्स के पहुचते ही चालक मौके भाग निकले।पुलिस मौके मौजूद कुछ लोगो को समझाबुझाकर घर को भेजा।      नेबुआ नौरंगिया थाना के नौरंगिया कप्तानगंज मार्ग के कोटवा मोड़ पर दोपहर के समय कुछ टैक्टर चालक वहां पहुच गए और सड़क जाम करने के लिए बीच सड़क गन्ने का पत्ती रखकर आग लगा दिय।और अगल बगल खड़े हो गए।जिसकी जानकारी होते ही मौके प्रभारी निरीक्षक हर्षवर्धन सिंह अपने पुलिस टीम के साथ पहुच गए।पुलिस को देखकर चालक सड़क जाम छोडकर मौके से भाग निकले।मौके पर मौजूद कुछ लोगो को समझाबुझाकर उन्हें घर भेज दिया।इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक ने बताया की कुछ लोगो द्वारा सडक सडक जाम करने के नियत से सडक पर गन्ने का पत्ती रखकर आग सेक रहे थे,हमारे जाने पर सभी मौके से भाग निकले है।  

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विशुनपुरा विकासखंड के ग्राम सभा खजुरिया में पांच सरकारी पाठशाला स्थित है,जहां बच्चों को शौच के लिए 20 शौचालय विभाग द्वारा लाखो रूपए खर्च कर बनवाये गए है,जो रख रखाव में कमी के वजह से सारे शौचालय ध्वस्त हो चुके है।जो उपयोग के लायक ही नही बचे है। जिसके वजह से बच्चो व अध्यापको को शौच के लिए पास के खेतों मे जाना पडता है।जो प्रदेश व केंद्र सरकार के महत्वकांक्षी योजना स्वच्छ भारत अभियान को मुंह चिढ़ाती नजर आ रही है।    ग्रामसभा खजुरिया के नंबर एक टोला मे स्थापित जूनियर हाईस्कूल मे 4 शौचालय बना हुआ है, जिसके फाटक क्षतिग्रस्त होने के साथ झाड़ झखाड़ से पटा हुआ है।बगल मे स्थित प्राथमिक विद्यालय व जुनियर स्कूल खजुरिया मेन मे 10 शौचालय बने हुए,जिसमे से कुछ शौचालय लाखो रुपये की लागत से निर्माण कराए गए थे,निर्माण के कुछ महिने बाद ही शौचालय ध्वस्त हो गया,कुछ शौचालय लाखो रुपये खर्च करके कुछ वर्ष पहले तत्कालीन प्रधानाध्यापक प० ओमप्रकाश गौतम के द्वारा बनवाया गया था । जो कुछ ही दिन बाद ध्वस्त हो गया। प्राथमिक विद्यालय नोनिया टोली में दो शौचालय बना हुआ है जो बदहाल स्थिति में है। प्राथमिक विद्यालय चोरी टोला में 2 शौचालय बने हैं जो चालू हालत में नहीं है। प्राथमिक विद्यालय पुरंदर छपरा में दो शौचालय बना हुआ है जो बरसों से बदहाल स्थिति में पड़ा है। ग्रामीणो का कहना है कि शौचालय निर्माण के समय घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया था । जिसके वजह से शौचालय एक वर्ष भी नही चल सका ।कुछ शौचालय में फाटक नही है तो कुछ में ताला बन्द है,किसी का सीट टूटा हुआ है तो कई में सीट लगे ही नही है,और कुछ शौचालय सफाई न होने के कारण उपयोग लायक नही बचे हैं। पांचो विद्यालय का कुल बच्चों का संख्या करीब 6 सौ की है,जिनको पढाने के लिए विभाग द्वारा 3 महिला अध्यापक व 12पूरूष अध्यापक तैनात है,शौचालयों का हालत ठीक नहीं होने के वजह से काफी दिक्कतों का सामना उन्हें करना पड़ता है। शिक्षक और बच्चों को शौच के लिए खेत ही काम आता है। जिसके वजह बच्चों व अध्यापको को काफी परेशानी व शर्मिंदगी का सामना करना पडता है ।सबसे ज्यादा परेशानी तो महिला अध्यापिकाओ को है। ग्राम प्रधान मार्कंडेय गुप्ता का कहना है कि पांचों विद्यालय में कुल 32 सीट का शौचालय हमारे कार्यकाल के पहले का बना हुआ है जो रखरखाव के अभाव में बदहाल स्थिति में हो गया है,हमारे द्वारा भी संबंधित अधिकारियों को इसकी जानकारी दी जा चुकी है, फिलहाल ध्वस्त शौचालयों को ठीक कराने के लिए कार्य योजना में डाल दिया गया है,बहुत जल्द इसको ठीक करा दिया जाएगा।इसके अलावा गांव के पंचायत भवन के पास सार्वजनिक शौचालय बनवाया गया है।