हरिहर क्षेत्र के पावन भूमि पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने मंगलवार के दिन कार्तिक माह की शुक्लपक्ष की देवउठनी एकादशी या तुलसी विवाह के पावन पर्व पर पहलेजा घाट दक्षिण वाहिनी गंगा नदी व नारायणी नदी सहित अन्य नदियों में डुबकी लगाकर बाबा हरिहरनाथ सहित अन्य देवालयों में पहुंचकर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर घर के आँगन एवं देव स्थल के पास तुलसी की पूजा अर्चना एकादशी वर्तधारियों ने की और दान पुण्य किया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
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“प्रकृति के महत्व को अब जाने ये संसार छठ पूजा के पावन पर्व पर हो सभी का उद्धार…” “जग के कोने-कोने में ज्ञान का प्रकाश हो इस छठ पूजा हर कहीं सुख-शांति का निवास हो…” साथियों.... चार दिनों तक चलने वाली छठ महापर्व हिंदू समुदाय का एक मुख्य त्योहार है, जो मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड में मनाया जाता है। छठ पूजा का पर्व सूर्य देव को धन्यवाद देने और उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करने के लिए मनाया जाता है। साथियों आप सभी श्रोतागणों को मोबाइल वाणी परिवार की और से छठ महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएं.....
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दिघवारा प्रखंड से अजय कुमार कि रिपोर्ट। नहाए खाए के साथ चार दिवसीय महा छठ पर्व की शुरुआत हुई।।
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दिघवारा प्रखंड से अजय कुमार कि रिपोर्ट। दीपावली के लेकर बाजार में उम्र लोगों का भीड़ और साथ ही कितनी मिठाइयों का भी बाजार सज रहा है कृपया मिठाई खरीदते वक्त उचित दुकानदार से मिठाई खरीदें अधिक जानकारी के लिए मोबाइल वाणी सुने और डाउनलोड करें।
साथियों , अनेकता में एकता का प्रतीक हमारे देश भारत ने खुद में कई विविधताओं को अपने अंदर समेटा हुआ है और पुरे साल पर्व - त्योहारों से यहां का वातावरण ऊर्जावान बना रहता है। एक पर्व जाता है और दूसरा पहले से ही दस्तक देने के लिए तैयार रहता है।इसी कड़ी में आज हम मना रहे हैं - दीपों का पर्व, दीपावली। साथियों इसी दिन भगवान श्री राम 14 साल के बाद ,अपने वनवास को पूरा कर के जब अयोध्या वापस लौटे थे,तब उनके स्वागत में अयोध्यावासियों ने पुरे अयोध्या को दीप जलाकर रौशन किया था और खुशियां मनाई थी। तब से लेकर हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की प्रदोषव्यापिनी अमावस्या तिथि को ये पर्व मनाया जाता है। इस दिन पुरे घर की सफाई की जाती है और माता लक्ष्मी एवं गणेश जी की पूजा की जाती है. लोग अपने सामर्थ्य के अनुसार रंग बिरंगे बत्तियों ,तोरण ,फूलों ,रंगोली, इत्यादि से अपने घरों को सजाते हैं और इस अवसर पर तरह - तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं। साथ ही दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ मिलकर खुशियां मनाई जाती है और मिठाइयां बाटी जाती है। तो दोस्तों ,आइए आज दीपावली के दिन आशावादी दीपक जला कर पूरे विश्व के लिए सुख,शांति,समृद्धि,और प्रेम की कामना करें।