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दिघवारा प्रखंड स्थित अंबिकेश्वर नाथ मंदिर हराजी वार्ड नंबर 7 भव्य कलश यात्रा निकाली गई।जहां सैकड़ो ग्रामीणों ने हिस्सा लिया। यह कलश यात्रा हराजी मोड़ से होते हुए कल्लू चौक से मां अंबिका मंदिर होते हुए गंगा घाट पर गई जहां पर हजारों की संख्या में महिला एवं पुरुषों ने जलभरी का कार्य किया और मां अबिकेश्वर नाथ मंदिर कलश यात्रा संपन्न हुई स्कॉलरशिप यात्रा में अमरेन्द्र तिवारी जी ने नेतृत्व किया अन्य गांव की वरिष्ठ नागरिक भी सम्मिलित थे
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दक्षिण वाहिनी गंगा नदी पहलेजा घाट व सोनपुर के नारायणी नदी सहित अन्य नदियों में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान कर बाबा हरिहरनाथ एवं भरपुर गौरी शंकर मंदिर जल भारत स्थान सहित अन्य शिवालय में पहुंचकर भगवान महादेव की पूजा अर्चना के उपरांत सभी शिष्य अपने गुरु के दर्शन कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए अहले सुबह से ही शिष्यों का गुरु के दरबार में ताँता लग रहा। गुरु पूर्णिमा के दिन संत महात्माओं का दर्शन एवं आशीष लेने लोग पहुंच रहे थे।
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ईद उल अजहा यानि बकरीद त्याग और बलिदान का पवित्र त्योहार है। इस पावन त्यौहार के अवसर पर सोनपुर प्रखंड क्षेत्र के नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र क़े अलग अलग गांवों के ईदगाहों में शनिवार को बकरीद की नमाज अदा की गई।इस त्योहार के अवसर पर बच्चों से लेकर बृद्ध तक सभी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सुबह उठकर समयनुसार नहा धोकर नए-नए वस्त्र पहन कर ईदगाहों में मुसलमान भाइयों ने पहुँच कर नमाज अदा कर मुल्क की तरक्की और अमन चैन व शांति के लिए दुआ मांगी।
निरंकार जागृति मिशन के द्वारा 25 मार्च को सुबह 10बजे से दोपहर 2बजे से संत महामंडल्लेश्वर सतगुरु स्वामी महाराज के द्वारा निरंकार मिशन जागृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम अशोक वाटिका मेमोरियल हॉल दिघवारा ब्लॉक के पीछे किया गया।श्रद्धालुओं द्वारा इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया गया और महाराज जी के वचनों को सुनकर और सत्य के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया।
सनातन धर्म में हर पर्व का अलग अलग महत्व व विधि विधान है। हर महिलाएं कोई पर्व अपने भाई क़े लिए तो कोई पति तो कोई संतान व घर में सुख शांति क़े लिए करती है। सुहागन महिलाएं पति की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य, सलामती, कस्टो से मुक्ति व सुख-समृद्धि के लिए सुहागिन महिलाएं वट सावित्री व्रत करती हैं और उस दिन बरगद (वटवृक्ष) की पूजा करती हैं।