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आज से मैट्रिक परीक्षा 2 पालियो में होगीं शुरू, सोनपुर में बनाए गए हैं 6 परीक्षा केंद्र मैट्रिक परीक्षा केंद्र क़े आसपास फोटो स्टेट की दुकान रहेगी बंद, परीक्षार्थियों को परीक्षा भवन में देर से आने पर नहीं मिलेगी एंट्री--एसडीओ सोनपुर सोनपुर। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना द्वारा आयोजित वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2025 को समिति के निर्देशों के आलोक में सोनपुर में बनाये गए 6 परीक्षा केंद्रों पर स्वच्छ, शांतिपूर्ण एवंc कदाचार मुक्त परीक्षा संचालन एवं समुचित विधि व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य को लेकर सोनपुर एसडीओ आशीष कुमार क़े द्वारा केंद्र अधीक्षक, दंडाधिकारी और वीक्षक की संयुक्त रूप से ब्रीफिंग की गई। वार्षिक माध्यमिक परीक्षा आज 17 फरवरी 2025 से प्रारंभ होकर 25 फरवरी 2025 तक दो पालियों में आयोजित होगी। आज प्रथम दिन दोनों पालियो में हिंदी विषय की परीक्षा होगी. जिसमें प्रथम पाली पूर्वाह्न 9:30 बजे से अपराह्न 12:45 तक संचालित होगी और द्वितीय पाली की परीक्षा अपराह्न 2:00 बजे से प्रारंभ होकर अपराह्न 5:15 बजे तक संचालित होगी। दोनों पालियों की परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र में परीक्षार्थियों का प्रवेश परीक्षा प्रारंभ होने से 30 मिनट अर्थात आधा घंटा पूर्व तक ही परीक्षा भवन में प्रवेश करने की इजाजत दी जाएगी। प्रथम पाली की परीक्षा जो पूर्वाह्न 9:30 बजे से प्रारंभ होगी, के लिए पूर्वाह 9:00 बजे तक एवं द्वितीय पाली की परीक्षा जो अपराह्न 2:00 बजे से प्रारंभ होगी के लिए अपराह्न 1:30 तक ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। विलंब से आने वाले परीक्षार्थियों को किसी भी परिस्थिति में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। एसडीओ द्वारा सभी को निर्देश दिया गया कि कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों की गहनता से जांच पड़ताल की जाए। प्रत्येक कमरे की सफाई परीक्षा के पूर्व करवाना सुनिश्चित करेंगे। यातायात प्रबंधन के निर्देश दिए गए जिससे कि परीक्षार्थियों को आने-जाने के क्रम में जाम की समस्या उत्पन्न न होने पाए। परीक्षा केंद्रों के पास सुनिश्चित करेंगे कि अनावश्यक भीड़ ना हो साथ ही वाहन पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। परीक्षा के सफल संचालन के लिए अनुमंडल स्तरीय कंट्रोल रूम बनाया गया है। पर्याप्त संख्या में वीक्षक की प्रति नियुक्ति किया गया है। सोनपुर अनुमंडल में 6 परीक्षा केंद्र निर्धारित्त किए गए हैं। जिसमे सोनपुर रेलवे स्टेशन स्थित पीआर कॉलेज सोनपुर,सोनपुर रजिस्ट्री बजार स्थित एसपीएस स्कूल , डीआर एम सड़क मार्ग स्थित शिशु संघ स्कूल,सोनपुर मेला स्थित शिवदुलारी स्कूल ,गर्ल हाई स्कूल पहाड़ीचक,रामसुंदर दास महिला कॉलेज गोला बाजार सोनपुर में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.जिनमें कुल 5816 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे। जिसमें प्रथम पाली में 3019 जबकि द्वितीय पाली में 2797 परीक्षार्थी शामिल होंगे. परीक्षा तीन घंटे की निर्धारित है, जिसमें परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र पढ़ कर समझने के लिए 15 मिनट का अतिरिक्त समय मिलेगा। कदाचार मुक्त परीक्षा संपन्न करने के लिए 500 गज की परिधि में धारा 144 लागू रहेगी. 6 परीक्षा केंद्र के आसपास फोटो स्टेट की दुकान बंद रहेगी. आदेश के अवहेलना करने वाले दुकनदारों पर कार्रवाई होगी. परीक्षार्थी अपने घर से स समय से निकले जिससे यातायात में होने वाली कठिनाई को देखते हुए स समय परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे। सभी वाहन चालक अपनी यातायात के नियमों को पालन करें. सड़क मार्ग पर जाम न लगाए.परीक्षार्थियों को परीक्षा भवन तक पहुंचने में उन्हें मदद करें।

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मोबाइल वाणी और माय कहानी की खास पेशकश कार्यक्रम भावनाओं का भवर में। दोस्तों यह सच है कि एक निर्णय इंसान का जीवन बदल देता है। अगर सही वक्त पर सही निर्णय लिया जाये तो जीवन सुधर जाता है। लेकिन जल्दबाजी में लिए गए एक गलत निर्णय इंसान को अर्श से फर्श तक ले आता है. पर यह भी सच है कि कोई भी निर्णय लेने में हमारा मन और मस्तिष्क का बहुत बड़ा योगदान होता है. जी हां दोस्तों हमारे द्वारा लिया जाने वाले हर निर्णय के पीछे हमारा मन मस्तिष्क का खेल होता है तभी तो हम कई बार मानसिक दबाव में आकर इतने उलझ जाते हैं कि हमें पता ही नहीं चलता कि आखिर सही डिसीजन यनि की निर्णय कब और कैसे लिया जाए। हम अपने जीवन में सही निर्णय ले सके इसके लिए जरूरी है की हम अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखें। क्यूंकि मानसिक विकार किसी की गलती नहीं होती। .......तो चलिए, आज की कड़ी में जानते हैं की हमारे फैसलों में मानसिक स्वस्थ्य की क्या भूमिका है और हमें मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल कैसे रखना चाहिए। ...हां तो साथियों अभी आपने सुना की मानसिक तनाव का प्रभाव हमारे ऊपर कैसे पड़ता है। अब आप बताये कि क्या आपके साथ कभी ऐसा हुवा है कि आप जल्दबाज़ी में कोई फैसला लेने ही वाले थे पर ऐन वक्त पर किसी ने आप को रोक लिया हो और बाद में आप को समझ आया हो की आप का लिया गया फैसला गलत होता ? ऐसे स्थिति में कैसा अनुभव था आप का ? और आप के अनुसार हमारे ज़िन्दगी के फैसलों में करीबी लोगो की क्या भूमिका होती है ? क्या सच में ज़िन्दगी के बड़े फैसले हमें खुद ही लेने होते है ? या यह केवल एक सुनी सुनाई बातें है ?इस पर अपनी राय, प्रतिक्रिया या फिर इससे जुड़े आपके मन में कोई सवाल है तो वो भी हमें जरूर बताएं अपने फ़ोन में नंबर 3 दबाकर। साथ ही इसी तरह की और भी जानकारी सुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें https://www.youtube.com/@mykahaani

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