88 वीं त्रिमूर्ति शिव जयंती के पावन पर्व पर सोनपुर में निकाली गयी शोभायात्रा सोनपुर प्रजापिता ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय राजयोग प्रशिक्षण केन्द्र ग्राम कुम्हरटोली, अंग्रेजी बाजार, सोनपुर की ओर से 88 वीं त्रिमुर्ती शिव जयंति के पावन पर्व के अवसर पर शोभा यात्रा एवं मनमोहक झाँकी गुरुवार को निकाली गई। यह शोभा यात्रा स्थानीय सेवा केन्द्र से निकलकर अंग्रेजी बाजार ,गजग्राह चौक, हरिहरनाथ मंदिर, मीना बाजार ,हॉस्पीटल मोड़, स्टेशन रोड होते हुए गोला बाजार से वापस बरबट्टा होते हुए सेवा केन्द्र पर सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में ब्रम्हा कुमारी रीमा बहन ने कहा कि परम पिता परमात्मा शिव का अवतरण का यादगार शिव रात्रि है। उन्होने बताई की संस्था का मुख्य उद्देश्य समाज में मूल शिक्षा आध्यात्मिक ज्ञान और सहज राज योग की शिक्षा द्वारा समाज का उत्थान एवं चरित्र निर्माण करना है मनुष्य अपने कर्म और गुना से महान बनता है भगवान शिव की आराधना करने वाले प्रत्येक भक्त की मुरादे पूर्ण होती है यदि कोई सच्ची आस्था और सरदार से भगवान शिव को याद करता है तो भगवान शिव भो उसकी मनोकामना अधूरी नहीं छोड़ते। भोलेनाथ से सच्ची सुख शान्ति प्राप्त करने के लिए मनुष्य अपने बुराई, काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार, कटु वचन आपसी वैर विरोध रूपी शत्रु को चढ़ाने से और अपने आत्मा समझकर ज्योति बिन्दू शिव परमात्मका को याद करने से ही सच्ची मन की शांती मिल सकती है। भाग, धतुरा, अकवन का फुल चढ़ाने से नहीं। आज के समय में जीवन आतंक अत्याचार बलात्कार हत्या जैसे अपराधों से भयभीत है मानव अपने पतन की ओर बढ़ रहे हैं ऐसे में मानव को मानवता की ओर ले जाना ब्रह्म कुमारी ईश्वरीय सेवा केंद्र द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव से संपूर्ण भारत वासी को मानवतावादी ओर ले जाना है। सोनपुर वासी के सभी श्रद्धालु भक्तो को 88 वीं त्रिमूर्ति शिव जयंति की बधाइयाँ दिए तथा सभी आत्माओं की मंगल कामना करते हुए राजभोग मेडिटेशन से सभी रोगों से मुक्त एवं पापों से मुक्ती जीवन मुक्ती की प्राप्ति होने की शुभ संदेश दिए और 100 भाई बहनों के साथ मनमोहर झांकी के द्वारा सभी के मन को लुभाया। इस कार्यक्रम में निम्न भाई-बहन शामिल हुए :- स्थानीय सेवा केन्द्र के मुख्य संचालीका ब्रम्हाकुमारी रीमा वहन, हरिहरनाथ थानाध्यक्ष स्वर्ण प्रिया, राजयोगी ब्रम्हाकुमार, रवीन्द्र भाई, बेबी बहन, चुटुर, रूही, रेनू बहन, ललन भाई, मुन्ना भाई, रवीन्द्र माई. नितू बहन, ओम प्रकाश भाई, राजवंशी भाई, विश्वनाथ भाई, ओम प्रकाश भाई, शिवम, रौशनी, आदित्री, दीपक, रौशन एवं प्रिंस, शीला, लीला, पुनम बहन, राकेश, तथा अन्य भाई बहन शामिल रहे ।