मां सरस्वती की प्रतिमाओं का हुआ विसर्जन विद्यार्थियों ने लगाए मां के जयकारे, श्रद्धालुओं ने नम आंखों से मां शारदे को दी विदाई सोनपुर । सोनपुर प्रखंड के नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में मां सरस्वती की प्रतिमा बुधवार को स्थापित करते हुए भक्तों ने मां सरस्वती की पूजा विधि विधान के साथ किया वहीं शुक्रवार को गाजे-बाजे, ढोल, नगाड़े के साथ श्रद्धालु भक्तों ने मंगल कामनाओं के साथ विद्या की देवी मां सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन पहलेजाघाट दक्षिण वाहनी गंगा नदी, सोनपुर नारायणी नदी सहित अन्य नदियों में विधि विधान से पूजा अर्चना के बाद विसर्जन किया। महिलाओं ने बिदाई के पूर्व माता को खोइछा दिया। इस दौरान विभिन्न सार्वजनिक स्थानों, विभिन्न शिक्षण संस्थानों के अलावा पूजा समितियों द्वारा भी पंडालों में स्थापित माता की प्रतिमा का विसर्जन किया । इस दौरान वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्रद्धालुओं ने पहले हवन पूजा-अर्चना कर मां को भोग लगाया। पूजा समिति सदस्यों ने प्रसाद वितरण किया । इसके बाद श्रद्धालु मां की प्रतिमा को विसर्जन के लिए ढेला,ट्रैक्टर अन्य चार चक्के वाहनो से माँ सरस्वती के जय जयकार लगाते हुए भक्ति गीत के धुन में नाचते गाते एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाते हुए माँ के जय जयकार कर माँ के प्रतिमाओं को क्षेत्र में भ्रमण कराते हुए आगे की ओर बढ़ रहे थे । मां के प्रतिमाओं को देखने के लिए भक्तों की भीड़ जगह -जगह लोग एकत्रित होकर माता के अंतिम दर्शन कर उनसे आशिर्वाद लिया । इस दौरान कई भक्तों की आंखें भी नम हो गई । माता के विदाई देने के लिए कई तरह के गीत बजाए जा रहे थे। जिससे पूरा माहौल भावुक बना हुआ था। ऐसा नजारा था कि मानो विदाई देने माता को पूरा क्षेत्र उमड़ पड़ा हो। विसर्जन के दौरान शोभा यात्रा को लेकर गांव की रौनक देखते ही बनी। सुबह से ही विभिन्न स्थानों पर स्थापित की गई मां शारदे के प्रतिमा की पूजा अर्चना के बाद शोभायात्रा शुरू हो गई। नदी घाट पर ले जाकर वहां चच्छु आँखों से विदाई देते हुए नदी के जलधाराओं में विसर्जन किया और घर व परिवार में सुख शांति मंगल कामनाओं की दुआएं माँ से सभी भक्तों ने माँगी। प्रतिमा विसर्जन के दौरानत भीड़-भाड़ वाले जगहों पर स्थानीय पुलिस बल तैनात दिखी। किसी तरह की अप्रिय घटना ना हो इसके लिए पुलिस बल तैनात किए गए थे।