हजारों श्रद्धालु हरिहरात्मक महायज्ञ में उठाएंगे पवित्र कलश बाबा हरिहरनाथ की नगरी में "हरिहरात्मक महायज्ञ "की चर्चा चप्पे -चप्पे में चमक रहा है यज्ञ ध्वज और बैनर सोनपुर कोर्ट । ऊँ हरिहरनाथाय नमः के शंखनाद के साथ चलो बुलावा आया है बाब ने बुलाया है का जयघोष हरिहर क्षेत्र के चप्पे चप्पे में चमक रहा है। सर्वत्र एक ही बात की चर्चा है 9 दिवसीय हरिहरात्मक महायज्ञ दो दशाब्दी बाद फिर वही पुराने स्थल नरवास का मेला ग्राउन्ड में 25 फरवरी से 5 मार्च तक होगा। जगद्गुरु रामानुजाचं, आचार्य गुप्तेश्वर जी महाराज, जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी लक्ष्मणाचार्य जी महाराज और लोक सेवा आश्रम के व्यवस्थापक सह लोकप्रिय संत श्रीविष्णुदास उदासीन उर्फ मौनी बाबा इस यज्ञ के संरक्षक हैं। जबकि अध्यक्ष है स्वयं बाबा हरिहरनाथ । हरिहरात्मक महायज्ञ के लिए "कलश यात्रां" 25 फरवरी को सुबह नौ बजे उठेगा। इस यात्रा में करीब एक हजार से अधिक महिलायें कलश यात्रा लेकर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए इच्छुक है। समाचार लिखे जाने तक एक हजार से अधिक महिलाये स्वीकृति दे चुकी हैं तथा यज्ञ स्थल पर आकर अपना नाम और पता अंकित करा रही है। इस यात्रा में शामिल होने वाली महिलाओं में वृद्धा, जवान, अधेर के साथ-साथ स्कूल कॉलेज की छात्राये भी शामिल है। यज्ञ समिति की ओर से इन्हें मौके पर एक रंग और एक साइज का चमक दार चुनरी दिया जायेगा ।। जबकि बाबा हरिहरनाथ मंदिर की ओर से साड़ी। यज्ञ संरक्षक संत विष्णुदास उदासीन ने यज्ञ प्रबंधक अनिल कुमार सिंह को बताया कि कलश यात्रा में शामिल होने वाले धर्मानुरागियों को जिनकी संख्या पन्द्रह सौ तक हो सकती है उनसवों को यज्ञ स्थल के निकट कलश यात्रा सम्पन्न होने के पश्चात् अध्यात्मिक शुद्ध प्रसाद (मोजना) की व्यवस्था इनके द्वारा किया जायेगा। मौके पर यज्ञ स्थल पर अपने धुन में व्यस्त अनिल कुमार सिंह ने बताया कि यहां 25 फरवरी से पांच मार्च 2024 तक प्रति दिन प्रसाद एवं मण्डारा चलता रहेगा। जगद्गुरु रामानुजाचार्य आचार्य गुप्तेश्वर जी महाराज अध्यक्ष बाबा हरिहरनाथ मंदिर न्यास समिति सह पूर्व डी.जी.पी. बिहार कहते हैं शिव और हरि एक साथ हरिहरनाथ मंदिर में विद्यमान हैं तथा अबतक असंख्य लोगों को कल्याण कर चुके हैं इन्ही के आदेश से यह यज्ञ बहुत लम्बे समय के बाद होने जा रहा है। रामलीला, रासलीला और कथा भी नित्य होगा। 4 मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय संत सम्मेलन होगा । जिसमें कई देश के प्रख्यात संत भाग लेंगे । यह हरिहर क्षेत्र की जनता के लिए गौरव की बात है।