माँझी नगर पंचायत क्षेत्र में जारी डायरिया महामारी का कहर अब भी जारी है। माँझी पीएचसी में ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि पिछले 24 घण्टे के भीतर लगभग तीन दर्जन डायरिया पीड़ित इलाज हेतु आ चुके हैं। उधर माँझी के लगभग दो दर्जन डायरिया पीड़ित अब भी छपरा सदर अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं। माँझी के कई निजी अस्पतालों में अब भी अनेक मरीजों का इलाज चल रहा है। इस बीच गांवों में मरीजों का हाल जानने तथा महामारी का कारण जानने पहुंची मेडिकल टीम के सदस्यों ने लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया। टीम में शामिल डॉ बिनोद सिंह ने बताया कि लोगों से मिल रही जानकारी के मुताबिक महामारी का कारण दूषित जल ही है। कई लोगों ने बताया कि सरयू नदी में असमय आई बाढ़ के बाद तथा माँझी के विभिन्न जल संग्रह केन्द्रों में जमा सड़ांध व प्रदूषित पानी ही चापाकल से निकल रहा है। लोग प्रदूषित पानी को ही महामारी का कारण बता रहे हैं। इधर माँझी पीएचसी में तैनात चिकित्सा कर्मियों ने बताया है कि डायरिया प्रभावित मरीजों की संख्या धीरे धीरे कम हो रही है। बावजूद इसके फ़ास्ट फूड तथा मांस मछली आदि की दुकानों पर भीड़ नदारद दिख रही हैं। मोहल्ले में सादा खाना को लोग तरजीह दे रहे हैं। फ़ास्ट फूड के स्टॉल फिलहाल सड़कों से गायब हो गए हैं।