माँझी। माँझी के दुर्गापुर गांव में शिविर लगाकर 30 किसानों को पूसा डिकम्पोजर विधि से जैविक कम्पोस्ट तैयार करने हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। माँझी कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ अभय कुमार सिंह ने बताया कि आमतौर पर किसान कम्बाइन से गेहूं तथा धान के फसल की कटनी कराते हैं तथा फसल के अवशेष को जला देते हैं जिससे बड़े पैमाने पर प्रदूषण फैलता है। जबकि डिकम्पोजर तकनीक से फसल के अवशेष से जैविक खाद तैयार किया जा सकता है। और वह जैविक खाद कृषि उत्पादकता बढ़ाने में सहायक होता है। केंद्र के उद्यान विशेषज्ञ डॉ जितेंद्र चन्दोला ने बागों में गिरे पड़े पेड़ पौधों के सूखे पत्तों से बने उर्वरक कम्पोस्ट का प्रयोग बागवानी में करने की तकनीकी जानकारी किसानों दी। तथा कम्पोस्ट के छिड़काव की विधि बतलाई। डॉ विजय कुमार ने डिकम्पोजर कम्पोस्ट का घोल तैयार कर किसानों को इस विधि की जानकारी दी। प्रशिक्षण में ओम प्रकाश सिंह नागेन्द्र सिंह विश्वनाथ सिंह भोला सिंह लालजी सिंह रामनाथ सिंह तथा बबलू शर्मा आदि ढाई दर्जन किसान उपस्थित थे।