बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से शिव कुमारी देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से महिला संपत्ति अधिकार विषय पर बसंती कुमारी से साक्षात्कार लिया।बसंती कुमारी ने बताया कि इनको मायके या ससुराल की सम्पत्ति में कोई अधिकार नही मिला है।इनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। यदि जमीन का अधिकार मिल जाता तो इनकी आर्थिक स्थिति अच्छी होती और बच्चों को शिक्षित कर पाती

बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से शिव कुमारी देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से महिला संपत्ति अधिकार विषय पर सुमित्रा देवी से साक्षात्कार लिया।सुमित्रा देवी ने बताया कि महिलाओं को जमीनी अधिकार इसलिए नहीं मिल पा रहा है क्योंकि उनके मायके में भाई और पिता के अनुसार जो बेटी का हिस्सा था वो उनको तिलक के रूप में दिया जा चुका है।ससुराल में भी सास -ससूर हिस्सा नही देते हैं। महिलाओं को मायके और ससुराल दोनों जगह अधिकार मिलना चाहिए

बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से शिव कुमारी देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से महिला संपत्ति अधिकार विषय पर सुमित्रा देवी से साक्षात्कार लिया।सुमित्रा देवी ने बताया कि महिलाओं को जमीन में अधिकार मिलना चाहिए।यदि महिलाओं का जमीन में अधिकार मिलेगा तो वो अपने आर्थिक स्थिति और बच्चों का सुधार कर सकती हैं।अपना जीवन यापन अच्छे से कर पाएंगी

बिहार राज्य के मगध के औरंगाबाद जिला से शिव कुमारी देवी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से 40 वर्षीय पुष्पा देवी से हुई। पुष्पा देवी यह बताना चाहती हैं कि वह अपने बेटा और बेटी को समान अधिकार देना चाहती है। वह अपने संपत्ति में बेटा और बेटी को बराबर अधिकार देंगी।

बिहार राज्य के मगध के औरंगाबाद जिला से शिव कुमारी देवी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सविता देवी से हुई। सविता देवी यह बताना चाहती हैं कि महिलाओं को जमीन में हक़ मिलना चाहिए। पिता की संपत्ति में हक़ लेना चाहती है

बिहार राज्य के मगध के औरंगाबाद जिला से शिव कुमारी देवी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से निर्मला कुमारी से हुई। निर्मला कुमारी यह बताना चाहती हैं कि पिता के संपत्ति में बेटा और बेटी को समान अधिकार देना चाहिए। अगर उनके पास जमीन में अधिकार होता तो वह अपने बेटा और बेटी को समान अधिकार दे देती। बेटी को पराया समझा जाता है इसलिए मायके में उनको जमीन में अधिकार नहीं मिलता है।

बिहार राज्य के मगध के औरंगाबाद जिला से शिव कुमारी देवी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से 21 वर्षीय निर्मला कुमारी से हुई। निर्मला कुमारी यह बताना चाहती हैं कि महिलाओं को जमीन में अधिकार मिलना चाहिए। उनका कहना है कि उनके नाम से भी जमीन होना चाहिए

दोस्तों, गरीबी के खिलाफ भारत की लड़ाई में महिला भूमि अधिकार एक निर्णायक कदम साबित हो सकता है। यह केवल संपत्ति का हस्तांतरण नहीं, बल्कि शक्ति का हस्तांतरण है। तब तक आप हमें बताइए कि , *---- क्या आपको लगता है कि महिलाओं के नाम जमीन होने से परिवार की आय बढ़ती है? अपना अनुभव बताएं। *---- आपके गाँव में महिलाओं को जमीन के कागज़ात मिलने से किस तरह के बदलाव आए हैं? *---- क्या आपके परिवार या समुदाय में ऐसी कोई महिला है, जिसकी ज़िंदगी जमीन मिलने के बाद बदली हो?

बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से शिवकुमारी देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से महिला संपत्ति अधिकार विषय पर कुसुम देवी से साक्षात्कार लिया।कुसुम देवी ने बताया कि बेटा और बेटी दोनों एक ही सामान माना जाता है।बेटी को शादी के बाद पिता की सम्पत्ति में अधिकार मिलना चाहिए।ऐसा होने पर महिला आर्थिक रूप से मजबूत बनेंगी और उनका विकास होगा। ये अपनी बेटियों को सम्पत्ति में अधिकार देंगी।

बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से शिवकुमारी देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से महिला संपत्ति अधिकार विषय पर कुसुम देवी से साक्षात्कार लिया।कुसुम देवी ने बताया कि इनका अपने घर की जमीन में मालिकाना हक़ नही है।इन्हें उम्मीद है कि इनके पति इनको अपनी सम्पत्ति में अधिकार देंगे,मगर उम्मीद कम है।कुसुम खेत में अपने पति के साथ काम करती हैं। मगर घर में उनका बराबरी का दर्जा प्राप्त नही है।