बिहार राज्य के मगध जिला से शिव कुमारी देवी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से रीता देवी से हुई। रीता देवी यह बताना चाहती है कि लड़का और लड़की में भेद भाव नहीं होना चाहिए।पढ़ने लिखने में महिला और पुरुष दोनों को बराबर का अधिकार होता है।लोगों का विचार बदलना चाहिए
बिहार राज्य के मगध जिला से शिव कुमारी देवी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सरिता देवी से हुई। सरिता देवी यह बताना चाहती है कि महिलाओं को पुरुष के बराबर हक़ नहीं मिलता है।घर में महिला पुरुष के बराबर काम करती हैं लेकिन उनको बराबर का दर्ज़ा नहीं मिलता है।
ज़मीन मिलने के बाद विमला ने अपनी जरूरतों और नए तरीकों को अपना कर खेती का नक्शा ही बदल दिया है- क्योंकि अब वह सिर्फ मज़दूर नहीं, एक किसान है। इस विषय पर आप क्या सोचते हैं, महिलाएं अपने हक को कैसे हासिल कर सकती हैं. क्या आप नहीं चाहते की आपके आस पास विमला जैसी कई महिलाएं हों? मुझे उम्मीद है कि आप निश्चित देखना चाहते हैं. तो आप हमें बताइये आप अपने इलाके में कैसे अनेकों विमलाएं बनाएंगे उनको उनका भूमि अधिकार देकर आपकी राय इसके उलट भी हो सकती है. इसलिए पक्ष-विपक्ष के इस कार्यक्रम में अपनी राय ज़रूर रिकॉर्ड करें हमें बताएं कि आप इस मसले पर क्या सोचते हैं. राय रिकॉर्ड करने के लिए दबाएं अपने फोन से तीन नंबर का बटन दबाकर या फिर मोबाईलवाणी के जरिए.
आप हमें बताएं कि आखिर ऐसा क्यों होता है कि आज के समय में अक्सर लोग दूसरों को निचा दिखाने की कोशिश करते हैं बिना इसकी परवाह किये की उनके मानसिक स्वास्थ्य पर इस बात का क्या असर पड़ेगा ? आपके अनुसार इस तरह के भेदभाव को हमारे सोच और समाज से कैसे मिटाया जा सकता है ? दोस्तों इस से जुड़ी आपके मन में अगर कोई सवाल है तो जरूर रिकॉर्ड करे . हम आपके सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे।
साथियों, ऐसा देखने को मिलता है कि आज के पढ़े लिखे और सभ्य समाज में भी शारीरिक और मानसिक रूप से असामान्य लोगों को अलग दृष्टि से देखा जाता है आखिर इस तरह के लोगों के व्यवहार के पीछे क्या कारण हैं ? आपको को क्या लगता है ऐसा क्यों होता है कि समाज में एक सामान्य व्यक्ति अपने से अलग लोगों को स्वीकार नहीं कर पाता ? आपके अनुसार समाज में फैले इस तरह की भेदभाव की भावना को कैसे दूर किया जा सकता है ? दोस्तों, आपके मन में आज के विषय से जुड़ा कोई भी सवाल है तो जरूर रिकॉर्ड करें अपने फ़ोन में नंबर 3 दबाकर। हम आपके सवाल का जवाब ढूंढ कर आप तक पहुंचाने की पूरी कोशिश करेंगे।
Transcript Unavailable.
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"आप हमें बताएं कि आज के इस दिखावे और चकाचौंध से भरी दुनिया में एक इंसान कम पैसों में खुद को कैसे खुश और स्वस्थ रख सकता है ? क्या आपने ऐसा अनुभव कभी अपने जीवन में किया है कि आपके पास इतने पैसे नहीं हो जितनी की आपको जरूरत हो और फिर भी आपने चीजों को अच्छे से मैनेज किया हो अगर हाँ तो कैसे? अपना अनुभव हमारे साथ साझा करें। साथियों अकसर हमें यह सुनने को मिल जाता है कि जितना है उतना में खुश रहना सिखो लेकिन क्या वास्तव में ऐसा होता है यार फिर यह सिर्फ एक कहावत ही बनकर रह जाता है ? आपके अनुसार किसी व्यक्ति के जीवन में पैसा होना या न होना उसके मन मस्तिष्क को किस हद तक प्रभावित कर सकता है ? आज के विषय से जुड़ा आपके मन में कोई सवाल है तो जरूर रिकॉर्ड करें। हम आपके सवालों को जवाब ढूंढ कर लाने की पूरी कोशिस करेंगे। "
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती हैं कि भूमि के अधिकार से सम्बंधित सभी के घरों में परेशानी हैं।लगभग सभी के घरों में महिलाओं को जमीन देने में हिचकिचाते हैं।कुछ लोग हैं की अपने पत्नी के नाम पर ही जमीन कर दे रहे हैं लेकिन कुछ लोग हैं की सिर्फ अपने बेटों के नाम जमीन करवा रहे हैं। लोग सोचते हैं कि महिला के नाम जमीन कर देने से वह भाग जाएगी लेकिन ऐसा नहीं है वह जमीन लेकर खेती बाड़ी करेंगी। महिला को छोटा छोटा खर्चा के लिए पति पर आश्रित रहना पड़ता है। लेकिन अगर उनके पास जमीन रहेगा तो वह अपना खर्चा खुद उठाएगी। लोगों को अपने पत्नी के नाम पर भी जमीन करना चाहिए जिससे वह आत्मनिर्भर बने
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से गौरी से हुई गौरी यह बताना चाहती हैं कि उनके नाम से अगर जमीन कर दिया जायेगा तो कुछ जमीन बेच कर अपना खर्चा चलाएगी।
