मेरा नाम दुर्गा वैष्णव है मैं कुणादि थाना कोटा से बोल रही हूं अभी मैंने एक केस लिया था नाबालिक लड़की थी तो किसी ने पड़ोसी ने उस को बहला-फुसलाकर के किसी लड़के के साथ 11:00 बजे निकाल दिया था तो मैंने उस चीज का पता लगाकर लड़की को वापस रेस्क्यू किया, कहां पहुंचे कैसे पहुंची क्या है इस तरह से, फिर मैंने उसको घर बुलाया, मैंने उसको समझाया कि बेटा यह बात गलत है और मैंने अपने कुणानि थाने में उसका रिपोर्ट दर्ज किया, लड़की को कुणादि थाना लेकर गयी, जहाँ से उसे नारीशाला भेजा गया फिर तो सोमवार के दिन मीटिंग में उसके फादर को लड़की को दिया गया आज लड़की सुरक्षित है और उसने अपनी पढ़ाई वापस शुरू की है उसने ११वी का पेपर नहीं दिया था लेकिन आज वह पढ़ाई शुरू कर रही है बस मेरा यही संदेश है और मै हर सुरक्षा सखी से यही कहना चाहूंगी कि इस तरह से लड़कियों को मोटिवेट किया जाए और ऐसा कोई भी केस आये तो लड़कियों के साथ अच्छा व्यवहार करते हुए उनको समझाएं उनका सहयोग करें उनकी दोस्त बने ताकि कोई भी लड़की इस तरह से भटके नहीं थैंक यू सो मच, सुरक्षा सखी.

Gita from Kota, Kunadi thana, is saying that the reason for Child Labour is her father being an alcoholic and their financial condition not being stable and also the fact that her parents are not educated

Prabha Sharma, Jagatpura, Kunadi police station, many boys etc. stand at our place, and on seeing the girls who come from coaching side, they abuse them. gambling, alcohol etc. is drunk there. And as soon as we came to know we reached there. After reaching, we explained to the people there, then after that there are no boys standing there, and girls are coming and going for coaching comfortably, they come and go, there is no problem there, Thank you.

Prabha is reporting domestic violence against another woman. The woman's name is Hema, and she has been tortured a lot by her mother-in-law and father-in-law. She was hit a lot and when prabha got to know this, she immediately reached there. And took the woman to the hospital, and took the help of Kunadi thana. The woman was tortured a lot and Prabha helped her.

कुणादि थाने से प्रभा शर्मा का कहना है की अभी हमारे इलाके में ऐसा है की रोड पर गांजा बिकता है, शराब बिकता है, जब वहां से लड़कियां या लेडीस जो निकलती है असुरक्षित महसूस करती है तो हम यह चाहेंगे कि वहां पर कोई ऐसा काम हो ताकि वह नशा करने वाले या लड़की को छेड़छाड़ करने वाले वहां से हटा दिए जाएं कुछ ऐसी सुविधा कर दी जाए ताकि हम वहां से निकल सकें ताकि हम निकलने में डरे नहीं, निडर हो के हम आगे बढ़े

दुर्गा वैष्णव, कोटा राजस्थान के कुनड़ी थाने की सुरक्षा सखी का कहना है की मैं हॉस्टल में वार्डन भी हूं तो मैं हर लड़की को भी मोटिवेट करती रहती हूं हर लड़की के पास मेरा नंबर है अगर उनको कोई भी प्रॉब्लम हो तो कृपया मेरे नंबर है आप मुझे किसी भी वक्त कॉल कर सकती हैं और मैं उन लड़कियों को जो डिप्रेशन में आ जाती है तो हम उनको मोटिवेट करती हूं जो गरीब बच्चे होते हैं कोई दुकान पर काम करते हैं तो मैं यह चाहती हूं कि मेरी दो चार सुरक्षा सखी को लेकर उन बच्चों से मिलूं और उनके पेरेंट्स से बात करना चाहती हूं ताकि मैं उनके पेरेंट्स को बता सकूं कि आप इनका थोड़ा सा टाइम कम कीजिए और इन बच्चों को पढ़ने दीजिये और इन को आगे बढ़ने दीजिये, मैं सुरक्षा सखी से जुड़ी हो मुझे मौका मिला कि मैं अपने देश की हर बेटियों सुरक्षित कर सकूं और जो पुलिस और हमारा जो सेतु बना हुआ है मैं इस पर खरा उतर सकूं।

दुर्गा वैष्णव कोटा से, उनका कहना है की हर गांव - ढाणी में एक सुरक्षा सखी होनी चाहिए, ताकि छोटे छोटे क्राइम कोई बड़ा रूप न ले लें उससे पहले ही पुलिस के साथ मिलकर एक सेतु के रूप में उस पर काम करें, हर एक लड़की को पढ़ने का मौका मिले और एक जो बाल विवाह होते हैं यह बाल विवाह में लड़की का पूरा जीवन बर्बाद हो जाता है और वह आगे कुछ नहीं कर पाती हूं जितना हो सकता है अपन बाल विवाह को रोकने की कोशिश करते हैं, और जो यह लड़कियां होती है बहक जाती है लड़को के साथ में, पूरा जीवन लड़के नष्ट कर देते हैं और ठाणे में जाने से वह लड़कियां डरती है, ठाणे में नहीं जायेंगे, कुछ उनके अपने ही रक्षक ही भक्षक बन जाते है, परिवार की इज्जत कम हो जाएगी पुलिस में जाएगी, ऐसा है वैसा है. हमें बहुत कुछ सीखने को मिला और यह जो छोटे छोटे ढाणी होते है जहाँ पुलिस नहीं पहुंच पाती है, हमें उनके साथ मिलकर इस पर काम होना चाहिए इस तरह का एक मौका मिला, जिसे पाकर बड़ी खुशी हूँ, और मै हर एक लड़की से मिलती हूँ, उनको मोटीवेट करती हूँ, घरेलु हो जाती है तो हम तीन चार सखियाँ मिलकर उसे समझाते है. फिर भी नहीं मानते है तो उस केस को हम पुलिस ठाणे तक ले जाते है. और अभी हमने दो चार केस हैंडल किये है. और हमारा कुणादि थाना बहुत सहयोग करता है. धन्यवाद