वाराणसी के पॉपुलर हॉस्पिटल की ओर से चौकाघाट स्थित हेरिटेज पैलेस में पॉपुलर मेडिकल कांक्लेव का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि बीएचयू के प्रो. अजय खन्ना थे। अस्पताल के निदेशक डॉ. एके कौशिक ने कहा कि जल्द ही अस्पताल 500 बेड का होगा। अस्पताल की खी रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुपमा ने कहा कि पहली बार बनारस में पॉपुलर अस्पताल के गो-आईसीयू की स्थापना की गई है। मौके पर डॉ. आलोक भारद्वाज, डॉ. निमिषा वर्मा, डॉ. बृजेश कुमार, डॉ. नीलम ओहरी, डॉ. मनीष, डॉ. राजीव रंजन, डॉ. वेणु गोपाल झवर, डॉ. अविनाश सिंह आदि थे
खुद का ख्याल रखने के लिए एक अच्छा ब्यूटी रूटीन आपको अच्छे स्वस्थ रख सकता है।
उत्तरप्रदेश राज्य के वाराणसी जिला से खुशबू मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि आजकल की जिंदगी भाग दौड़ भरी जिंदगी हो गई है लोगों के पास समय नहीं है कि अपने बच्चों पर ध्यान दें।विशेष रूप से आज का जीवन एक व्यस्त जीवन बन गया है । हमें अपने बच्चों को कुछ समय देने में सक्षम होना चाहिए, उनके साथ इस तरह से व्यवहार करना चाहिए जिससे वे माता - पिता की तुलना में एक दोस्त की तरह महसूस करें । इस तरह हम अपने बच्चों को उनकी हर दिनचर्या का हिस्सा बन सकते हैं ताकि उनकी जो भी समस्याएं हों , उन्हें आपके साथ साझा कर सकें । बच्चों को ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे बाद में पछताना पड़े , बच्चों की जीवनशैली , बच्चों का खान - पान , बच्चों के साथ समय बिताना , इन चीजों पर जितना हो सके उतना ध्यान देना चाहिए।
बदलते मौसम और बिगड़ती जीवन शैली के कारण लोग आज तरह-तरह की बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं।
आप सभी को पता है कि जल हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। आजकल जल की समस्याएं आम होती जा रही हैं।
हल्दी दूध हमारे बॉडी के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इससे हमारा रंग भी निखरता है।
जाने वेट लॉस कैसे करें
आज हम आप लोगों को झटपट पास्ता बनाने की रेसिपी के बारे में बताएंगे।
पर्यावरण संरक्षण के लिए जनसंख्या नियंत्रण और प्रकृति का अंधाधुंध दोहन रोका जाए। अमेरिका से आए प्रवासी भारतीय डॉक्टर चतुर्वेदी की पहल पर विशेषज्ञों का सम्मेलन। अमेरिका के भौतिक शास्त्री डॉ उत्सव चतुर्वेदी ने नागरिकों का आव्हान किया कि वे देश और दुनिया के लगातार बर्बाद हो रहे पर्यावरण को बचाने के लिए जनसंख्या नियंत्रण और प्रकृति के अंधाधुंध दोहन को रोकने के अभियान में जुट जाएं। डॉ चतुर्वेदी यहां सारनाथ गेस्ट हाउस में देश भर से आए पर्यावरण विशेषज्ञों , वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों, और साहित्यकारों के सम्मेलन में बोल रहे थे। डॉ चतुर्वेदी पिछले तीन दशकों से अमेरिका में हैं।उनकी पत्नी श्रीमती अलका जी जीव विज्ञानी है। सम्मेलन में इसरो के वैज्ञानिक डॉ प्रदीप कुमार, पर्यावरणविद, डॉ प्रकाश सी.जे.साहित्यकार राकेश अचल विशेष रूप से उपस्थित थे। पर्यावरण के मुद्दे पर केंद्रित इस सम्मेलन में सर्वश्री प्रो कैसी सूद,प्रो वायपी जोशी और प्रोफेसर विजय चतुर्वेदी. भी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए समाज को 'वृक्षम शरणम् गच्छामि और वृक्षो रक्षित रक्षित: ' का संदेश दिया। डॉ चतुर्वेदी और राकेश अचल ने अपनी कविताओं के जरिए पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।इस मौके पर अतिथियों ने वृक्षारोपण भी किया। सम्मेलन में अन्न के दुरुपयोग को रोकने के तौर तरीकों पर भी विमर्श किया। सम्मेलन में डॉक्टर उत्सव चतुर्वेदी के शिक्षक,परिजन, सहपाठी और मित्र बड़ी संख्या में शामिल हुए। सम्मेलन के सूत्रधार डॉ उत्सव चतुर्वेदी मूलतः जौनपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने बनारस विश्व विद्यालय से भौतिक विज्ञान में स्नातकोत्तर उपाधि हासिल की थी।वे अमेरिका में रहकर भी अपनी जड़ों से जुड़े रहने के लिए पर्यावरण पर निरंतर कार्य कर रहे हैं।
आज हम आप लोगों को जीरा पाउडर बनाने के बारे में बताएंगे