यूपी बोर्ड परीक्षा के बाद कॉपियों के मूल्यांकन के लिए क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय सभागार में 15 जिलों के 55 केंद्रों का प्रशिक्षण शुरू हुआ। परीक्षकों को निर्देश दिए गए कि शून्य अंक और 90 से ज्यादा अंक वाली कॉपियों की जांच दोबारा उप प्रधान परीक्षक से कराई जाएगी। साथ ही सुंदर राइटिंग और साफ कॉपी रखने पर भी एक अतिरिक्त अंक मिलेगा। मूल्यांकन 16 मार्च से शुरू होगा। अपर सचिव डॉ. विनोद कुमार राय ने कहा कि मूल्यांकन कार्य त्रुटिरहित और पारदर्शी होना चाहिए। मूल्यांकन में जानबूझकर की गई गलती क्षम्य नहीं होगी। उप सचिव साहब सिंह यादव और सहायक सचिव मनोज कुमार ने प्रशिक्षण देते हुए बताया कि परीक्षकों को स्टेप बाई स्टेप मार्किंग अनिवार्य होगी। यदि कोई उत्तर तीन स्टेप में पूर्ण हो रहा है और उसमें परीक्षार्थी ने एक स्टेप गलत किया है तो उसे दो सही स्टेप के अंक दिए जाएंगे। प्रश्नों के सही हल पर 'एस' और गलत पर 'क्रास' का चिह्न लगाया जाएगा। हाईस्कूल के परीक्षक एक दिन में अधिकतम 50 और इंटर के अधिकतम 45 कापियां जांचेंगे। पहले दिन उप प्रधान परीक्ष आदर्श उत्तरपुस्तिका के रूप में 20 कापियां जांचेंगे।