झारखण्ड राज्य के गिरिडीह जिला के संवादाता रविंद्र कुमार ने गिरिडीह मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कुछ महीने पहले मोबाइल वाणी पर एक खबर प्रसारित की गयी थी। जिसमें मनरेगा द्वारा अच्छी कार्य योजना संपन्न किये जाने की सुचना दी गयी थी। इस संदर्भ में ग्राम बेंगाई पोस्ट अड़वारा ,थाना बगोदर जिला गिरिडीह के स्थानीय निवासी प्रकाश टुडो ने बताया कि मोबाइल वाणी द्वारा वार्ड सभा का आयोजन किया गया था। जिसमें उन्होंने भाग लिया था। इस सभा में डोभा निर्माण पर चर्चा की गयी थी। इसके लिए उन्हें ब्लॉक में आवेदन देने के लिए पांच -से दस दिन का समय लगा और डोभा निर्माण में दो से ढ़ाई महीने लगा। डोभा का निर्माण होने से दस से बारह किसानों को सिंचाई और फसल की खेती करने में लाभ मिलेगा। इस कार्य हेतु वे मोबाइल वाणी एवं संवादाता बहादुर हेमरोंग को धन्यवाद व्यक्त कर रहे हैं।

बहादुरपुर से काजल कुमारी हेल्लो आरोग्य के माध्यम से कह रहीं हैं की इनकी आयु अठारह वर्ष है तथा इनके घर वाले इनकी शादी करना चाहते थे लेकिन हैलो आरोग्य के कार्यक्रम को सुन कर इनकी शादी को फिलहाल रोक दिया है. तथा इनका कहना है की लड़कियों की बढ़ने से लड़कियों को आगे पढ़ने तथा कुछ करने का मौक़ा मिलेगा और लड़कियों की शादी कम उम्र में होने से उन्हें काफी समस्या का सामना करना पड़ता था जो की अब सरकार की पहल के कारण लड़कियां अपनी इच्छा के अनुसार पढ़ सकेंगी।

हमारी श्रोता पूजा कुमारी ,हेलो आरोग्य के माध्यम से कहती है कि वो मोबाइल वाणी में 18 या 21 कार्यक्रम सुनी ,यह उन्हें बहुत अच्छा लगा। शादी की उम्र 21 वर्ष होना अच्छा है ताकि लड़कियाँ अच्छे से पढ़ लिख कर आत्मनिर्भर बन सके और अपने परिवार को अच्छे से संभाल सके। पूजा 12वीं कक्षा की छात्रा है। इन्होने फ़ैसला कर लिया है कि ये अपनी शादी 21 वर्ष में ही करेगी। वो अच्छे से पढ़ लिख कर आगे बढ़ेगी और नौकरी करेंगी।

झारखण्ड राज्य के कोडरमा ज़िला से पिंकी मेहता ,हेलो आरोग्य के माध्यम से कहती है कि उनके तीन बच्चे है ,दो लड़की और एक लड़का।उनके मन में पहले लड़का और लड़की में भेदभाव की भावना थी लेकिन अब कार्यक्रम सुन कर उनकी सोच बदल गई है। उन्हें समझ में आ गया है कि बेटा और बेटी में भेदभाव नहीं करना चाहिए। बेटा और बेटी को एक समान दर्ज़ा मिलना चाहिए। दोनों बच्चों को समान विद्यालय में पढ़ाएगी। बेटा पढ़ लिख कर नौकरी करता है तो अगर बेटी को शिक्षा देंगे तो वो भी नौकरी करेंगी। पहले महिलाओं को घर से बाहर निकलने नहीं दिया जाता था पर अब ऐसी रीत नहीं रही। महिला और पुरुष में कोई भेदभाव नहीं रहा ,दोनों समान रूप से आगे बढ़ रहे है

ऋचा कुमारी ,हेलो आरोग्य के माध्यम से कहती है कि उन्होंने जब हेलो आरोग्य का कार्यक्रम 18 या 21 सुनी तो उन्हें बहुत अच्छा लगा। शादी की उम्र 21 वर्ष होना अच्छा है ताकि लड़कियाँ अच्छे से पढ़ लिख कर आत्मनिर्भर बन सके और अपने परिवार को अच्छे से संभाल सके। वो सातवीं कक्षा की छात्रा है ,इन्होने फ़ैसला कर लिया है कि ये अपनी शादी अब 21 वर्ष में ही करेगी। वो अच्छे से शिक्षा ग्रहण कर आगे बढ़कर नौकरी करेंगी।

हमारी श्रोता पुष्पा देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि उन्होंने हैलो आरोग्य में लड़कियों पर आधारित कार्यक्रम 18 या 21 को सुना और कार्यक्रम सुनते ही वो काफी जागरूक हुई। साथ ही कह रही है कि वो अपनी बेटी की शादी 21 वर्ष में ही करेंगी जिससे उसे पढ़ने का और समय मिल सके तथा वो अपने सपनों को साकार कर सके। अंत में पुष्प हैलो आरोग्य को धन्यवाद दे रही हैं

झारखण्ड राज्य के गाँव समसहरिया सेसबाना खातून मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है उनकी बेटी की उम्र अभी 11 वर्ष हो रही है और वो अपनी बेटी की शादी तब ही करेंगी जब उसका उम्र 21 वर्ष हो जाएगा। आगे कह रही है कि वो अपनी बेटी को पढ़ा लिखा कर उसके सपनों को रौशन करना चाहती हैं

हमारी श्रोता रुकसाना खातून मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि उन्होंने हैलो आरोग्य में चल रहे कार्यक्रम 18 या 21 को सुना जिससे सुनते ही वो जागरूक हुई। साथ ही कह रहे है कि उन्हें इस कार्यक्रम के तहत पता चला है कि सरकार अब लड़कियों की शादी की उम्र को 18 वर्ष से बढाकर 21 वर्ष में करने का योजना बना रही है जिससे रुकसाना सहमत है। आगे कह रही है कि लड़कियों की शादी सही उम्र में ही करना चाहिए जिससे वो पढ़ लिख कर अपना नाम रौशन कर सकें। सही उम्र में शादी नहीं करने से वो शारीरिक और मानसिक रूप से कमज़ोर हो जाती है। अंत में रुकसाना हैलो आरोग्य को धन्यवाद दे रही है।

जिला कोडरमा समसीहारिया गाँव से मीनू कुमारी हेलो आरोग्य के माध्यम से बता रही है कि उड़ान कार्यक्रम में उन्होंने यह जानकारी सुनी ,जिसमे बताया गया था कि सरकार द्वारा लड़कियों की शादी अब 18 से बदले 21 वर्ष में किये जाने का कानून निकाला गया है। जिसे सुन कर वे बहुत खुश हुई। वे भी अपनी बेटी की शादी 21 वर्ष के बाद ही करेंगी

जिला कोडरमा समसीहारिया गाँव से मीनू कुमारी हेलो आरोग्य के माध्यम से बता रही है कि उड़ान कार्यक्रम में उन्होंने यह जानकारी सुनी ,जिसमे बताया गया था कि लड़कियों की शादी अब 18 से बदले 21 वर्ष में किये जाने का कानून निकाला गया है। जिसे सुन कर वे बहुत खुश हुई। वे भी अपनी बेटी की शादी 21 वर्ष के बाद ही करेंगी