भारतीय संसद के इतिहास में न विपक्ष का हंगामा नया है और न उनका सदन से निष्कासन, हाल के सालों में इस तरह के निलंबन की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं, इसमें भी निलंबन उनका होता है जो सदन में अपनी बात पुरजोर तरीके से रखकर सरकार का विरोध करते हैं। लोकतंत्र और संसद जो सहमति और असहमति का मिला जुला रूप हैं, उसमें इस तरह की कार्रवाईयों का क्या औचित्य है?

बिहार राज्य के किशनगंज जिला से सामुदायिक संवाददाता धीरज सिन्ह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि किशनगंज जिलेवासियों के लिये राहत वाली खबर है। जिले में फिलहाल कोरोना का कोई सक्रिय मरीज नहीं है। संक्रमण के प्रसार में आयी गिरावट के कारण जिले के सभी सात प्रखंड कोरोना मुक्त हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग के से प्राप्त आंकड़े अनुसार बीते दो दिन से मात्र एक संक्रमित मरीज था। सोमवार को संक्रमित 1 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुका है। किशनगंज। जिलेवासियों के लिये राहत वाली खबर है। जिले में फिलहाल कोरोना का कोई सक्रिय मरीज नहीं है। संक्रमण के प्रसार में आयी गिरावट के कारण जिले के सभी सात प्रखंड कोरोना मुक्त हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग के से प्राप्त आंकड़े अनुसार बीते दो दिन से मात्र एक संक्रमित मरीज था। सोमवार को संक्रमित 1 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुका है। जिले में एक भी कोरोना का एक्टिव केस नहीं है।

किशनगंज जिले में कोरोना केस का उतार चढ़ाव जारी है। मंगलवार को दो नया कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की पहचान होने से जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 5 हो गया है।

किशनगंज जिले में कोरोना धीरे धीरे कमजोर पर रहा है। बीते दो दिन में नया मिलने से ज्यादा कोरोना को मात देकर मरीज स्वस्थ हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े अनुसार बीते 24 घंटे में एक नया मरीज की पहचान हुई है। वही इस 24 घंटा में दो मरीज कोरोना से लड़ कर स्वस्थ हुए हैं। वही जिले में कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या घट कर 4 हो गया है।

किशनगंज जिले में बीते 24 घण्टे में शुक्रवार को जिले में 6 मरीज कोरोना वायरस से को मात देकर स्वास्थ्य हुआ है वही राहत की खबर है कि इस दौरान एक भी नये मरीज की पहचान नही हुई है। जिले में कोरोना वायरस से एक्टिव मरीजों की संख्या घट कर 5 हो गया है। सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर प्रसाद ने बताया कि कोरोना संक्रमित पीड़ित सभी मरीज होम आइसोलेशन में है।

किशनगंज जिले के सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशोर प्रसाद ने बताया कि कोरोना वायरस का संक्रमण से प्रसार पर काबू पाने के लिए जिले सदर अस्पताल सहित सभी सभी पीएचसी-सीएचसी,अस्पताल एवं एमजीएम मेडिकल कॉलेज में कोरोना जांच की सुविधा है।

बिहार राज्य के किशनगंज जिले में कोरोना से बचाव के लिए एकमात्र उपाय वैक्सीनेशन है। इसी मद्देनजर बिहार सरकार द्वारा खरीदे गए 25 हजार डोज वैक्सीन में से किशनगंज जिले को 460 डोज कॉर्बेवैक्स वैक्सीन उपलब्ध हुआ है। जिले को 16 अप्रैल को उपलब्ध 460 डोज कॉर्बेवैक्स वैक्सीन से 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों का वैक्सीनेशन किया जाता है। लेकिन इस आयु वर्ग के बच्चों में वैक्सीनेशन को लेकर रुचि नहीं दिख रही है। जिस वजह से अब तक मात्र 30 डोज वैक्सीन खपत हुआ है जबकि 430 डोज वैक्सीनेशन अब भी उपलब्ध है।

बिहार राज्य के किशनगंज जिले में कोरोना केमरीज बढ़ रहे हैं।दो अप्रैल को इस वर्ष का पहला कोरोना मरीज मिलने के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या में उतार-चढ़ाव के बीच कोरोना वायरस से एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़ कर 13 हो चुकी है।बीते 24 घंटे में शुक्रवार कोरोना वायरस से संक्रमित छह नया मरीज की पहचान हुई है। वही इस दौरान 3 कोरोना मरीज वायरस को मात देकर रिकवर होने से जिले में कोरोना वायरल से एक्टिव मरीजों की संख्या 13 हो गया है जो इस वर्ष का सब से अधिक संख्या है।

किशनगंज जिले में कोरोना का एक नये मरीज की पहचान हुई है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े अनुसार बीते 24 घंटे में गुरुवार को एक नया मरीज की पहचान होने के जिले में कोरोना वायरस संक्रमित पॉजिटिव मरीजों की संख्या सात हो चुका है। सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशोर प्रसाद ने कहा सभी पॉजिटिव मरीज होम आइसोलेशन में हैं। स्वास्थ्य विभाग सभी पॉजिटिव मरीजों का प्रत्येक दिन हिस्ट्री रिकॉर्ड कर रही है। मरीजों को आवश्यक दवाई दी गयी।

किशनगंज जिले में बुधवार को 4 नए कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है। कोरोना के 4 नए मामले सामने आने से जिले में कोरोना पॉजिटिव एक्टिव मरीजों की संख्या 7 हो गई है। सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशोर प्रसाद ने कहा कि लोग जानकारी के अभाव में कोरोना के शुरुआती लक्षणों को अनदेखा कर रहे हैं, जिसका खामियाजा मरीज पर वायरस भारी पड़ता है। ऐसे में लोगों को समझना होगा कि उनकी जरा सी लापरवाही स्थिति को चिंताजनक बना सकती है। कोरोना को हम केवल सावधानी व धैर्य से रोक सकते हैं।