बिहार राज्य के किशनगंज जिले से धीरज सिन्हा ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि दिघलबैंक प्रखंड में सामरिक दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण सीमा सड़क का काम पिछले 11 वर्षों में भी पूरा नहीं हुआ है। निर्माणाधीन सड़क पर अब की दर्जनों जगहों पर टूटे पुल, डायवर्सन, अर्ध निर्मित पुल, बिना कालीकरण की सड़क है। एक दशक पूर्व 26 जनवरी 2013 को जब सीमा सड़क की आधारशिला रखी गयी थी तभी सीमांत क्षेत्र के लोगों में खासी उत्सुकता थी, भारत-नेपाल सीमा की एसएसबी की पहरेदारी के साथ स्थानीय लोगों के साथ इन सड़कों पर चलने वाले लोगों का सफर आसान हो जाएगा।