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जलवायु की पुकार कार्यक्रम के अंतर्गत इस अंतिम प्रोमों में हम जानेंगे कि हमने जलवायु से सम्बंधित अनेक बातें की हैं और जानकारियों पर विचार भी किया है

छत्तीसगढ़ राज्य के राजनंद गाँव से हमारे एक श्रोता वीरेंदर गंधर्व ने मोबाइल वाणी के माध्यम से कहा कि आज का मानव शिक्षित है वह चर्चा करता है, लेख लिखता है परन्तु उस पर अमल महि करता। पर्यावरण दिवस के अवसर और पेड़ लगता है, फोटो खिचवाता है परन्तु बाद में उसकी देखभाल करना छोड़ देता है इन्ही सब कारणों से पर्यावरण में सुधर नहीं हो पा रहा। उनका कहना है कि जंगलों की कटाई की जा रही है और कंक्रीट के जंगल बनाए जा रहे हैं। अंत में उन्होंने कहा की हमे पुराणी संस्कृति को अपनाना चाहिए और आधुनिकता को वहीं तक अपनाना चाहिए जहाँ तक हमारी सीमा है

जलवायु की पुकार [ एक नए सफर का अंत ] कार्यक्रम के अंतर्गत हम जानेंगे की कैसे दुनिया भर में तापमान तेजी से बढ़ रहा है जिसके कारण लोगों के जीवन पर प्रभाव पड़ रहा है ।

छत्तीसगढ़ राज्य से हमारे एक श्रोता वीरेंदर गंधर्व ने मोबाइल वाणी के माध्यम से कहा कि जल-वायु परिवर्तन से बचने के लिए हमे प्रकृति का साथ देना होगा। कंक्रीट के जंगल जो बढ़ते जा रहे है उन्हें रोकना होगा क्योंकि इससे प्रकृति का विनाश हो रहा है। जल-वायु परिवर्तन से बचने के लिए जंगल को बचाने के लिए जंगल का विकाश करना होगा और वातावरण को सुध करना होगा। प्लास्टिक का उपयोग बंद करना होगा और कागज और मिटटी का इस्तेमाल करना को कहा

छत्तीसगढ़ राज्य के राजनंद गाँव से वीरेंद्र गन्धर्व मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बता रहे हैं कि हमें अपने पर्यावरण को ख़राब करने का कारण हम और सरकार है। उन्होंने कहा कि कहीं न कहीं सरकार को भी गंभीरता से ठोस कदम उठाते हुए प्लास्टिक पर बेन लगा देना चाहिए। क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता है, तो पर्यावरण को समाप्त होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत के नागरिक होने के साथ साथ हमारा यह कर्तव्य होना चाहिए की प्लास्टिक का कम इस्तेमाल करके कपड़ों के थैले का इस्तेमाल करना चाहिए

छत्तीसगढ़ राज्य के राजनांदगाँव जिला से वीरेंदर गन्धर्व ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जलवायु परिवर्तन का रोकथाम सरकार और जनता के सहयोग से ही किया जा सकता है। इसके लिए हमें पेड़ पौधे लगाने होंगे एवं जंगलों का विकास करना होगा। साथ ही उन्होंने बताया कि प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूर्ण रूप से प्रतिबन्ध लगाया जाना चाहिए। विस्तारपूर्वक खबर सुनने के लिए क्लिक करें ऑडियो पर

जलवायु की पुकार [श्रोताओं की सरगम] कार्यक्रम के अंतर्गत हम जानेंगे अलग अलग लोगों के योगदान के बारे में की कैसे पर्यावरण के समस्याओं का समाधान निकाला जा सके।

जलवायु की पुकार [क्लाइमेट वॉयसेस हैंडबुक] कार्यक्रम के अंतर्गत हम जानेंगे बच्चो को पर्यावरण के बारे में शिक्षा देना, प्लास्टिक कचरा का सही निपटान करना और बच्चो को प्लास्टिक के हानिकारक प्रभाव के बारे में सीखना क्यों जरुरी है?

जलवायु की पुकार [छोटे कदम, बड़ा परिवर्तन ] कार्यक्रम के अंतर्गत हम जानेंगे  बिजली बचाना,कचरा का सही निपटान करना और पानी का कम उपयोग करना हमारे पर्यावरण के लिए क्यों जरुरी है ?