छत्तीसगढ़ राज्य के राजनंद गाँव से मैं विरेंद्र , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि अपशगुन नाम का कुछ होता नहीं है , ये कुछ रूढ़िवादी लोगों ने एसा बना लिया है। सिर्फ लड़कियों के लिए अपशगुन बनाया गया है। आज कई बड़े - बड़े लोग भी एसी भूल करते है। महिलाओं को उनके अधिकार मिलना चाहिए। लड़कियों को शिक्षित करनी चाहिए ताकि वह खुद खुद अपने अधिकारों के लिए लड़ पाए।