राजस्थान मौसम अपडेट 20 फरवरी पिछले 24 घंटों में बीकानेर, जयपुर व भरतपुर संभाग के कुछ भागों में मेघगर्जन के साथ हल्के से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। राज्य में सर्वाधिक बारिश उदयपुरवाटी, झुंझुनू में 19 मिमी दर्ज की गई है। राज्य में आगामी 5-6 दिन अधिकांश भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहेगा। उत्तरी हवाओं के प्रभाव से आगामी 48 घंटो में न्यूनतम व अधिकतम तापमान में 2 से 4 डिग्री से. गिरावट होने की प्रबल संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर
राजस्थान में दर्ज मौसम अपडेट: 27 दिसम्बर राज्य में मेघगर्जन के साथ कहीं कहीं हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गयी। राज्य में सर्वाधिक वर्षा नीम का थाना सीकर में 25 मिलीमीटर दर्ज की गयी। राज्य में कहीं कहीं पर घना कोहरा दर्ज किया गया तथा कहीं कहीं पर अति घना कोहरा दर्ज किया गया । राज्य में सर्वाधिक अधिकतम तापमान डूंगरपुर में 23.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया तथा निम्नतम न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री सेल्सियस चूरू में दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर
नमस्ते साथियो जयपुर वाणी पर आपका स्वागत है आज के प्रोग्राम में हम जानंगे की पानी का सदुपयोग अपने स्तर पर कैसे करें। स्वच्छ सुरक्षित ताज़ा पीने का पानी जीवन की अनिवार्य आवश्यकताओं में से एक है। और इसका सही उपयोग भी करना उतना ही महत्वपूर्ण हैं। अगर हम पानी का सही इस्तमाल करेंगे तो इसकी पहुंच को सभी तक सुनिश्चित किया जा सकेगा अपने देखा होगा जो घर थोड़े उचाई वाले स्थानो में बेस है वहा पानी बहुत काम ही पहुंच पता है और ऐसा तब होता है जब पानी को हम वियर्थ फैलाते है या नल बंद करना उचित नहीं समझते हैं। हम सभी जानते हैं हमारा राज्य, राजस्थान को की भारत के एक सूखा ग्रसित राज्यों में से एक हैं इसी वजह से हमे पानी की महत्वता को दुसरो से ज़्यदा समझने की आवशकता है, क्या आप जानते हैं जलवायु परिवर्तन के कारण बारिश का पूर्वानुमान लगाना अब उतना आसान नहीं रहा है इस जलवायु परिवर्तन के कारन, पानी सम्बंधित संग्रह बढ़ भी सकते हैं ऐसे में हम पानी का सूझता के साथ इस्तमाल करना है और जहाँ तक संभव हो, मीठे पानी को बचाना है यहां कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे हम सभी जल के उपयोग को कम करने, मीठे जल के पर्यावरण की रक्षा करने तथा अपने जल बिलों पर पैसे बचाने में भूमिका निभा सकते हैं। घर पर हम - टपकते नलों को ठीक करवा सकते हैं । धीरे-धीरे टपकने वाला नल भी साल में 20,000 लीटर तक पानी बरबाद कर सकता है - वह पानी जिसके लिए आप पैसे देते हैं लेकिन कभी इस्तेमाल नहीं करते। पानी बचाने वाले शॉवर हेड का इस्तेमाल करें पीने के लिए मटके का पानी या फ्रिज में बोतल भर के रखें। इस तरह आपको गर्मियों में नल को तब तक चलाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी जब तक कि पानी पीने लायक ठंडा न हो जाए। शौचालयों में आप इस्माल किये हुए पानी को फ्लश करने के लिए उपयोग में ले सकते हैं और सिर्फ खुद की सफाई हेतु साफ़ पानी का इस्तमाल कर सकते हैं पानी के अधिकतम उपयोग जैसे वॉशिंग मशीन का उपयोग केवल जयदा कपडे इक्ठटा होने पर ही इसका एतमाल करे। गाड़ियों को एस्प्रे या गिला कपड़ा करके धोये, बिना वजह पानी को न बहाये। पानी की टंकी स्थापित करें: कई स्थानों पर, छत से बहकर आने वाले पानी को इकट्ठा करने के लिए पानी की टंकी स्थापित करना, घर या बगीचे में उपयोग के लिए वर्षा जल को इकट्ठा करने का एक आसान और व्यावहारिक तरीका है। बगीचे में कम पानी की आवश्यकता वाले पौधों का उपयोग वाले पौधे उद्यान में लगाएँ। और इसमें हमारे अपने देशी पौधों से बेहतर विकल्प और क्या हो सकता है, अपने लॉन या बगीचे में ज़्यादा पानी न डालें। जड़ों को ज़्यादा गहराई तक बढ़ने दे। बरसत के समय पोधो और पेड़ो में पानी देना अनदेखा करे। साथ ही, गर्मियों के दौरान अपने घास काटने की मशीन का स्तर ऊँचा रखें और अपने लॉन को लंबा होने दें। घास को लंबा रखने से मिट्टी की सतह पर छाया रहती है और वाष्पीकरण से होने वाला नुकसान कम होता है। पिने वाले पानी को डंडीदार लोटे का उपयोग से इस्तमाल करे, पानी में गंदे हाथ न डेल और उसे पिने योग्य बनाये रखे गर्मियों के समय टंकियों को कवर करके रखे जो की पानी को वाष्पित होने से रोकने में मदद करेगा। जहा भी जाये अपने साथ पानी की एक बोतल रखे ताकि नल से पानी पिटे समय वो व्यर्थ न बहे साथ ही इस से आपको अन्य पानी की बोतल करदने की जरुरत नहीं होगी और आप पानी का सही उपयोग कर पाएंगे। साथियो अगर आपके पास भी ऐसी ही कोई अन्य जानकारी है जो पानी के सदुपयोग में सहायता करेगी तोह हमे नंबर ३ दबा के बताये
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इस कार्यक्रम के माध्यम से मानसून आने से पहले की तयारी और आस पास की स्वछता के बारे में जानकारी दी जा रही है। आये सुनते हैं कार्यक्रम
राजस्थान मौसम अपडेट : 5 जुलाई आज परिसंचरण तंत्र दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश व आसपास के पूर्वी राजस्थान के ऊपर बना हुआ है तथा सतह से 5.4 Km तक विस्तृत है। मानसून ट्रफ लाइन आज बीकानेर, सीकर से होकर गुजर रही है। पूर्वी राजस्थान के अधिकांश भागों में आज भी मानसून सक्रिय रहने तथा जयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर, उदयपुर संभाग के अनेक भागों में बारिश होने तथा कहीं-कहीं अतिभारी बारिश होने की संभावना है। टोंक व आसपास के जिलों में एक दो स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश होने की भी संभावना है। 6 जुलाई को भी पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में बारिश की गतिविधियां जारी रहने व कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है। 7-8 जुलाई को भारी बारिश की गतिविधियों में कमी होने तथा उत्तर-पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में बारिश दर्ज होने की संभावना है। तत्पश्चात 9-10 जुलाई से पुनः पूर्वी राजस्थान में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है। पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग में आगामी 2-3 दिन दोपहर बाद मेघगर्जन, आंधी के साथ बारिश होने की संभावना है। जोधपुर संभाग के पूर्वी व उत्तरी भागों में कहीं-कहीं बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर
राजस्थान मौसम अपडेट: 8 मई राज्य में आगामी 48 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान में 1-2 डिग्री से. बढ़ोतरी होने की संभावना है। आज 8 मई को जोधपुर, बीकानेर संभाग में कहीं-कहीं अधिकतम तापमान 45-46 डिग्री सेल्सियस तथा जयपुर, भरतपुर, कोटा संभाग में अधिकतम तापमान 44 से 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज होने की प्रबल संभावना है। 9 मई को जोधपुर, बीकानेर संभाग मैं कहीं-कहीं तीव्र हीटवेव (Severe Heat wave) की संभावना है। इस दौरान जयपुर, भरतपुर व कोटा संभाग में भी हीटवेव चलने की संभावना है। 10 मई को बीकानेर, जयपुर, भरतपुर संभाग में हीटवेव जारी रहने की संभावना है।
आज भी राज्य के दक्षिणी व पूर्वी भागों के जोधपुर, अजमेर, उदयपुर, कोटा व जयपुर संभाग में कहीं-कहीं दोपहर बाद मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। 7-9 अप्रैल मौसम शुष्क रहने की संभावना है। दिनांक 10-11 अप्रैल से पूर्वी हवाओं के प्रभावी होने से दक्षिणी व दक्षिण पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों मेघगर्जन, बारिश गतिविधियां होने की संभावना है। 13 से 15 अप्रैल के दौरान एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है। इसके प्रभाव से राज्य के कुछ भागों में आंधी-बारिश होने की संभावना है।
नमस्ते साथियो जयपुर वाणी पर आपका स्वागत है राजस्थान मौसम अपडेटः 16 फरवरी एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से 19 फरवरी को उत्तर-पश्चिमी राजस्थान व आसपास के क्षेत्र के ऊपर एक प्रेरित परिसंचरण तंत्र (Induced Cyclonic circulation) बनने की प्रबल संभावना है। इसके प्रभाव से 19-20 फरवरी को जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, जयपुर व भरतपुर संभाग के कुछ भागों में गरज-चमक (Thunderstorm, lightning) के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। धन्यवाद