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मौसम विज्ञानं केंद्र द्वारा मौसम 10 मई का मौसम अपडेट
नमस्ते मेरा नाम पूजा है और आज हम मौसम विज्ञानं केंद्र द्वारा आये सन्देश के माधियम से आने वाले मौसम के बारे में जानकारी लेंगे। साँझा किये हुए सन्देश में आप ने शीत लहर के बारे में सुना, शीत लहर का मतलब है ठंडी हवाओ का तेज से चलना। चोवीस घंटे के अंदर जब तापमान में तेज़ी से गिरता है तब तेज़ ठंडी हवाएं चलती है और ऐसी हवाएं स्वस्थय के लिए हानिकारक होती है इस दौरान खुद के साथ, बच्चो का, वृद्ध जन और पशुओ का खियाल रखे। साथ ही अभी साँझा किये जाने वाली जानकारी को धियन से सुने और सावधानिया बरते। स्थानीय मौसम की जानकारी के लिए रेडियो , समाचार, और टीवी से मीडिया प्रकाशन से अनुमान को समझते रहे। • आपातकालीन आपूर्ति तैयार रखें जैसे आम दवाई, जयदा ऊनी कपडे, राशन का सामान • जितना संभव हो घर के अंदर रहें, ठंडी हवा के संपर्क से बचने के लिए यात्रा कम से कम करें। • खुद को सूखा रखें। यदि गीले हों, तो शरीर की गर्मी के नुकसान को रोकने के लिए तुरंत कपड़े बदलें। • दस्ताने को प्राथमिकता दें; दस्ताने ठंड से अधिक गर्मी और इन्सुलेशन प्रदान करते हैं। • मौसम की अपडेट के लिए रेडियो सुनें, टीवी देखें, समाचार पत्र पढ़ें। • नियमित रूप से गर्म पेय पियें। • बुजुर्ग लोगों और बच्चों का ख्याल रखें। • पर्याप्त पानी संग्रहित करें क्योंकि पाइप जम सकते हैं। शीत लहार के दौरान खुले में या जंगलो में शौच के लिए न जाये। आस पास के CTC का उपयोग करे। • शीतदंश के लक्षणों जैसे उंगलियों, पैर की उंगलियों में गलन, और नाक से सफेद या पीला दिखना। • शीतदंश से प्रभावित क्षेत्रों को गर्म नहीं बल्कि गर्म पानी में रखें (शरीर के अप्रभावित हिस्सों के लिए तापमान छूने के लिए आरामदायक होना चाहिए)। हाइपोथर्मिया यानि शरीर का तापमान तेज़ी से गिरे और शरीर के तापमान 35 डिग्री से कम हो जाये तोह उसे हाइपोथर्मिया कहा जाता है इस परिष्तिथि में व्यक्ति को गर्म स्थान पर ले जाएं और उसके कपड़े बदलें। • व्यक्ति के शरीर, कंबल, कपड़े, तौलिये या चादर की सूखी परतों से गर्म करें। • ऐसी स्थिति में चिकित्सकीय सहायता लें। • कंपकंपी को नजरअंदाज न करें। यह एक महत्वपूर्ण पहला संकेत है कि शरीर की गर्मी कम हो रही है और यह जल्दी से घर के अंदर लौटने का संकेत है। तोह साथियो आप समझ गए है शीत लहर से बचाओ के कैसे बचाओ करे। आप आगे किन विषयो पे जानकारी चाहेंगे हमे जरूर बताये। जल्द मिलेंगे अगले कार्येक्रम के साथ धनयवाद
नमस्ते मेरा नाम चेतना है, मै घाट के बालाजी बस्ती से हूँ और में 11 क्लास की स्टूडेंट हूँ , जयपुर वाणी के माधियम से में आपको माहवारी यानि पैरोड्स के बारे में सामान्य जानकारी देना चाहूंगी | पीरियड्स लड़कियों में दस से पंद्रह साल की उम्र के बिच में कभी भी शुरू हो जाते हैं | पीरियड्स एक सामान्य प्रक्रिया है जो सभी लड़िकयो और महिला में लगभग चालीस साल की उम्र तक होती है | ये प्रक्रिया हर माह 3 से 7 दिन तक होती है जिसके दौरान हमे अपने खान पान , स्वास्थय और और साफ़ सफाई का धियान रखना होता है | माहवारी के दौरान साफ़ कपडे या पैड का इस्तमाल करना चाहिए जिसे हर ३ घंटे के बाद चेंज करना चाहिए | इस्तमाल किये गए पैड को अच्छे से अखबार में लपट के ही कचरेदान में डाले| या फिर अगर अपने कपडे का इस्माल किया है तोह उसे साबुन से धो कर, तेज धुप में सुखाये जाने के बाद ही उस कड़पे को दुबारा इस्माल में ले | आपने देखा होगा की खुले में फेके पेड़ से , गन्दगी फैलती है , मच्छर मखिया पनपती है और बीमारी फैलती है तोह इसके सही निपटान का धियान रखे | आजकल उड़न योजना के तहत भी महिला और किशोरियों को आंगनवाड़ी / स्कूल के द्वारा पेड़ दिए जाते हैं | इसका भी लाभ आप ले सकते हैं | ये ही नहीं,...माहवारी के दौरान खास कर हमे अपने खान पान में हरी सब्जिया फल, ढूढ दही को भी शामिल करना चाहिए | थोड़ा व्यायाम और खुद को आराम भी देना जरुरी है | हमारी मां चाही और आंटी अक्सर खुद का ख्याल रखना भूल जाती है जो की बाद में कमजोरी का कारण बन जाती है | और हाँ ,अगर हर माह में माहवारी ना आने, या काम और ज्यादा अन्य तोह डॉक्टर से इस पर सलाह लेनी चाहिए, डॉकटर से सलाह के बाद ही कोई दवाई ले | इसके साथ हमने देखा होगा की हमारे समाज में कई सारी भ्रान्तिया है जो माहवारी से जुडी है जैसे अचार न खाना, खेलने कूदने पर रोक लगाना, ऐसी भ्रान्तिया को अनदेखा करे, इसकी चर्चा स्कूल में और आशा दीदी के साथ जरूर करे | मुझे याद आया, हमने पिछले कार्यक्रम से ये भी जाना था की माहवारी, त्रासं पुरषो को भी होते हैं | लेकिन उनका लड़को जैसा दिखने के कारन उन्हें इस दौरान काफी परेशानी अति है | वे आसानी से पेड़ नहीं खरीद पाते और कई बार दूर व्यवहार के शिकार हो जाते हैं | इस विषय में आगे की जानकारी आपको नए करेक्रम में दंगे बस यही कुछ बाते थी साथियो.... जो अब आपको भी अब पता हो गई है, क्या आपके पास माहवारी सी जुडी बाते है अगर हाँ तोह हम से समझा करे, आप माहवारी के दौरान खाने के क्या क्या लेते है और इस से आपको क्या फायदा होते है, हमे जरूर बताना | अगर ऐसी कुछ बाटे है दो हमने छोड़ दी और आप बताना चाहते है तोह नंबर ३ दबा कर हम से साँझा करे | जल्द ही मिलेंगे नए कार्येक्रम के साथ | धन्यवाद
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Sept. 20, 2024, 3:35 p.m.