नमस्ते मेरा नाम पूजा है और आज हम मौसम विज्ञानं केंद्र द्वारा आये सन्देश के माधियम से आने वाले मौसम के बारे में जानकारी लेंगे। साँझा किये हुए सन्देश में आप ने शीत लहर के बारे में सुना, शीत लहर का मतलब है ठंडी हवाओ का तेज से चलना। चोवीस घंटे के अंदर जब तापमान में तेज़ी से गिरता है तब तेज़ ठंडी हवाएं चलती है और ऐसी हवाएं स्वस्थय के लिए हानिकारक होती है इस दौरान खुद के साथ, बच्चो का, वृद्ध जन और पशुओ का खियाल रखे। साथ ही अभी साँझा किये जाने वाली जानकारी को धियन से सुने और सावधानिया बरते। स्थानीय मौसम की जानकारी के लिए रेडियो , समाचार, और टीवी से मीडिया प्रकाशन से अनुमान को समझते रहे। • आपातकालीन आपूर्ति तैयार रखें जैसे आम दवाई, जयदा ऊनी कपडे, राशन का सामान • जितना संभव हो घर के अंदर रहें, ठंडी हवा के संपर्क से बचने के लिए यात्रा कम से कम करें। • खुद को सूखा रखें। यदि गीले हों, तो शरीर की गर्मी के नुकसान को रोकने के लिए तुरंत कपड़े बदलें। • दस्ताने को प्राथमिकता दें; दस्ताने ठंड से अधिक गर्मी और इन्सुलेशन प्रदान करते हैं। • मौसम की अपडेट के लिए रेडियो सुनें, टीवी देखें, समाचार पत्र पढ़ें। • नियमित रूप से गर्म पेय पियें। • बुजुर्ग लोगों और बच्चों का ख्याल रखें। • पर्याप्त पानी संग्रहित करें क्योंकि पाइप जम सकते हैं। शीत लहार के दौरान खुले में या जंगलो में शौच के लिए न जाये। आस पास के CTC का उपयोग करे। • शीतदंश के लक्षणों जैसे उंगलियों, पैर की उंगलियों में गलन, और नाक से सफेद या पीला दिखना। • शीतदंश से प्रभावित क्षेत्रों को गर्म नहीं बल्कि गर्म पानी में रखें (शरीर के अप्रभावित हिस्सों के लिए तापमान छूने के लिए आरामदायक होना चाहिए)। हाइपोथर्मिया यानि शरीर का तापमान तेज़ी से गिरे और शरीर के तापमान 35 डिग्री से कम हो जाये तोह उसे हाइपोथर्मिया कहा जाता है इस परिष्तिथि में व्यक्ति को गर्म स्थान पर ले जाएं और उसके कपड़े बदलें। • व्यक्ति के शरीर, कंबल, कपड़े, तौलिये या चादर की सूखी परतों से गर्म करें। • ऐसी स्थिति में चिकित्सकीय सहायता लें। • कंपकंपी को नजरअंदाज न करें। यह एक महत्वपूर्ण पहला संकेत है कि शरीर की गर्मी कम हो रही है और यह जल्दी से घर के अंदर लौटने का संकेत है। तोह साथियो आप समझ गए है शीत लहर से बचाओ के कैसे बचाओ करे। आप आगे किन विषयो पे जानकारी चाहेंगे हमे जरूर बताये। जल्द मिलेंगे अगले कार्येक्रम के साथ धनयवाद