झारखण्ड राज्य के जमशेदपुर से मधुबाला ने मोबाइल वाणी के माध्यम से थालीपीठ बनाने की जानकारी साझा किया । थालीपीठ एक महाराष्ट्रीयन व्यंजन है। यह अलग-अलग तरह के आटे, सब्जियों से बनती है । इस रेसिपी में चावल का आटा, रागी का आटा, ज्वार का आटा, साबुत गेहूं का आटा, बेसन, पालक, प्याज, हरी मिर्च का उपयोग किया गया है। कड़ाही में थालीपीठ बनाने का एक पारंपरिक तरीका है। लेकिन आप इसे तवे पर भी बना सकते हैं। यह एक बेहतरीन रेसिपी है जिसे आप जब चाहे बना और खा सकते हैं सामग्री - चावल का आटा – 1 कप, ज्वार का आटा – 1 कप, बाजरे का आटा – 1/2 कप, बेसन – 1/2 कप, गेंहू का आटा – 1/2 कप, हल्दी पाउडर – 1/2 ,छोटी चम्मच अजवाइन – 1/2, छोटा चम्मच जीरा – 1/2 ,छोटी चम्मच तिल के बीज – 1 चम्मच, प्याज – 1 बड़े आकार का बारीक कटा हुआ ,पालक – 1/2 कप, धनिया पत्ती – 2 बड़े चम्मच कटी हुई, 2 हरी मिर्च का पेस्ट , हींग – एक चुटकी, नमक – स्वादानुसार, तेल – सेंकने के लिए आवश्यकता अनुसार थालीपीठ बनाने की विधि - सबसे पहले एक बाउल लें और उसमें सभी प्रकार का आटा, नमक, कटा हुआ प्याज, हल्दी पाउडर, अजवाइन, जीरा, कटा हुआ पालक, हरी मिर्च का पेस्ट, हरा धनिया, हींग, तिल डालें और इसे अच्छी तरह से मिलाएं। बहुत नरम आटा बनाने के लिए इसमें थोड़ा पानी डालें। इसके बाद आप इस रेसिपी को दो तरह से बना सकते हैं। अगर आप इसे कढ़ाई में बनाना चाहते हैं तो कढ़ाई में 2 छोटे चम्मच तेल डालें। आटे का एक बड़ा भाग लें। इसे कढ़ाई में डालें और मध्यम मोटी थालीपीठ बनाने के लिए थपथपाएँ। बीच में एक छेद करें। कढ़ाई में इसे मध्यम आंच पर पकने के लिए रख दें। इसे ब्राउन होने तक पकाएं। फिर इसे निकाल लें। दूसरे तरीके के लिए एक केले का पत्ता लें, इसे तेल से ग्रीस कर लें। आटे का एक बड़ा भाग लें। इसे एक पत्ते पर रख कर थपथपा कर मध्यम मोटी थालीपीठ बना लीजिये और इसके बीच में एक छेद करें। फिर एक पैन या तवा गरम करें, इसे तेल से चिकना कर लें। अब केले का पत्ता लें और उसे तवे या पैन पर पलट दें। केले के पत्ते को धीरे-धीरे बाहर निकाल लें।अब थालीपीठ को मध्यम आंच पर पकाएं। जब यह ब्राउन हो जाए तो इसे पलट दें और दूसरी तरफ से भी पकाएं। जब हो जाए तो इसे सर्विंग प्लेट में निकाल लें। आपका स्वादिष्ट थालीपीठ किसी भी तरह के अचार के साथ परोसने के लिए तैयार है।