झारखण्ड राज्य के जमशेदपुर से मधुबाला ने मोबाईल वाणी के माध्यम से तिलौरी बनाने की जानकारी दिया। सामग्री - 300 ग्राम उड़द दाल,100 ग्राम सफेद तिल नमक स्वादानुसार। विधि - उड़द दाल को पानी में चार-पांच घंटे भिगो दें।  फिर मिक्सी में पीस कर बारीक़ मोटा पेस्ट बना लें ।बड़े कटोरे में निकाल कर अच्छी तरह से फेट लें । फटने के समय ध्यान रखना है कि लगातार एक ही दिशा में फेटना है। जब दाल हल्का हो जाए तो उसमें नमक और सफेद तिल डालकर एक बार और फेट लें । अब घोल तिलौरी बनने के लिए तैयार है। तेज धुप में पतला कपड़ा,सूती साड़ी का दुपट्टा को फैला दें। फिर कपड़े पर छोटी छोटी बड़ियाँ हाथो से डालकर बना लें । जब बरियाँ धुप में अच्छे से सुख जाए,तब सभी बरियों को सावधानी से हाथ से धीरे-धीरे निकाल लें और थाली या सुप में फैलाकर इसे एक दिन और धुप दिखाएं । इसे जितना अच्छे से सुखाया जाएगा,उतना ही अच्छा बनेगा और इसमें कीड़े भी नही लगेंगे। अच्छे से सूखा कर बडियों को डब्बे में बंद कर के रख देंगे। जब खाना हो तो,कढ़ाई में सरसों का तेल गर्म करेंगे और उसमें एक मुट्ठी तिलौरी को डाल कर तल लेंगे। सुनहरा लाल होने पर बहार निकल लेंगे और दाल-चावल के साथ परोसेंगे।ध्यान रहे तलते समय थोड़ा-थोड़ा ही तलेंगे,वो भी जितनी जरुरत होगी उतना ही। बाकी डब्बे में बंद कर के एक साल तक स्टोर किया जा सकता है।