विश्व वन्यजीव दिवस जिसे आप वर्ल्ड वाइल्डलाइफ डे के नाम से भी जानते है हर साल 3 मार्च को मनाया जाता है जिसका मुख्य उद्देश्य है की लोग ग्रह के जीवों और वनस्पतियों को होने वाले खतरों के बारे में जागरूक हो इतना ही नहीं धरती पर वन्य जीवों की उपस्थिति की सराहना करने और वैश्विक स्तर पर जंगली जीवों और वनस्पतियों के संरक्षण के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य या दिवस मनाया जाता है.विश्व वन्यजीव दिवस के उद्देश्य को पूरा करने के लिए है हर वर्ष एक थीम निर्धारित की जाती है जिससे लोगो में इसके प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूकता को बढ़ावा मिले . हर वर्ष की तरह इस वर्ष 2024 का विश्व वन्यजीव दिवस का थीम है " लोगों और ग्रह को जोड़ना: वन्यजीव संरक्षण में डिजिटल नवाचार की खोज" है। "तो आइये इस दिवस पर हम सभी संकल्प ले और वन्यजीवों के सभी प्रजातियों और वनस्पतियों के संरक्षण में अपना योगदान दे।

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जलवायु की पुकार [छोटे कदम, बड़ा परिवर्तन ] कार्यक्रम के अंतर्गत हम जानेंगे  बिजली बचाना,कचरा का सही निपटान करना और पानी का कम उपयोग करना हमारे पर्यावरण के लिए क्यों जरुरी है ?

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मध्यप्रदेश राज्य के बरवानी जिला पाटी तहसील के यशवंत सोनी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि मोबाइल वाणी पर बदलते मौसम का कार्यक्रम चलाया जा रहा जिसमे बताया जा रहा है कि बदलते मौसम के कारण आस पास के सभी जिव पर प्रभाव पड़ रहा है। इसके साथ ही यशवंत सोनी ने बताया कि हर जगह सूखा सूखा नज़र आ रहा है। ये हमारे गांव में हर जगह चारो तरफ परिवर्तन नज़र आ रहा है। पेड़ पौधे होने के कारण बारिश सही से नहीं हो रही है ,जानवरों के लिए चारा भी नहीं मिल पाता है। यशवंत सोनी ने बताया हमे जलवायु परिवर्तन के बारे में सोचना चाहिए उसे कैसे बचाया जा सके इस पर ध्यान देना चाहिए