विश्व वन्यजीव दिवस जिसे आप वर्ल्ड वाइल्डलाइफ डे के नाम से भी जानते है हर साल 3 मार्च को मनाया जाता है जिसका मुख्य उद्देश्य है की लोग ग्रह के जीवों और वनस्पतियों को होने वाले खतरों के बारे में जागरूक हो इतना ही नहीं धरती पर वन्य जीवों की उपस्थिति की सराहना करने और वैश्विक स्तर पर जंगली जीवों और वनस्पतियों के संरक्षण के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य या दिवस मनाया जाता है.विश्व वन्यजीव दिवस के उद्देश्य को पूरा करने के लिए है हर वर्ष एक थीम निर्धारित की जाती है जिससे लोगो में इसके प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूकता को बढ़ावा मिले . हर वर्ष की तरह इस वर्ष 2024 का विश्व वन्यजीव दिवस का थीम है " लोगों और ग्रह को जोड़ना: वन्यजीव संरक्षण में डिजिटल नवाचार की खोज" है। "तो आइये इस दिवस पर हम सभी संकल्प ले और वन्यजीवों के सभी प्रजातियों और वनस्पतियों के संरक्षण में अपना योगदान दे।

Transcript Unavailable.

अब इसका नया नाम वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व होगा। यह प्रदेश का सातवां टाइगर रिजर्व होगा। इसमें सागर, दमोह, नरसिंहपुर जिले के करीब 1,41,400 हेक्टेयर वन क्षेत्र को शामिल किया गया है। नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी से मंजूरी के बाद से वन विभाग नौरादेही अभयारण्य को टाइगर रिजर्व में बदलने की तैयारियों में जुटा है।

खंडवा(khandwa) में पेड़ काटने से हुई 50 बगुलों(birds) की मौत.. वाइल्डलाइफ टीम को की मौके पर मौजूद लोगों ने शिकायत... वन विभाग(forest) की टीम ने मौके पर पहुंच की कार्यवाही... नगर निगम की टीम को भेजा नोटिस...

शक्ति, संस्कृति व धैर्य के प्रतीक हाथी का हमारे वनों के संरक्षण से लेकर हमारी आस्था तक में विशिष्ट स्थान है। आइए, #WorldElephantDay पर हाथियों के संरक्षण व उनके साथ संबंधों को मजबूत बनाने का संकल्प!

Transcript Unavailable.

जलवायु की पुकार [छोटे कदम, बड़ा परिवर्तन ] कार्यक्रम के अंतर्गत हम जानेंगे  बिजली बचाना,कचरा का सही निपटान करना और पानी का कम उपयोग करना हमारे पर्यावरण के लिए क्यों जरुरी है ?

मप्र को फिर मिला टाइगर स्टेट का तमगा मिला, 2022 में mp में टाइगर की सख्या 785 हो चुकी हैं

Transcript Unavailable.