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कोरोना ने हमें एक बहुत गंभीर सबक सिखाया और वो ये है कि हमें अपने  स्वास्थ्य के प्रति पूरी ईमानदारी रखनी होगी। कोरोना से बचने के लिए सरकार ने हर कदम पर सुरक्षा के नए इंतेज़ाम सुनिश्चित किये और हर आयु वर्ग के लोगों के लिए कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए  टीकाकरण की व्यवस्था की और टीकाकरण का यह अभियान सफल भी रहा। पिछले साल 16 मार्च 2022 को सरकार ने 12  से 14 साल तक के बच्चों को भी कोरोना का टीका लगवाने का फैसला किया।

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झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग ज़िला से सुन्दर प्रजापति ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि कोरोना टीका का दूसरा डोज़ लेने के बाद जो शरीर में दर्द हुआ था ,वो अब भी होता है। वो तीसरा टीका लेने में असमर्थ है। उनका शरीर का हर एक नस दर्द हो रहा है। इन्हे लगता है कि कोरोना टीका से ही इन्हे समस्या आई है। इसमें वो राय चाहते है

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हमारे श्रोता श्रवण ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि वो दृष्टिबाधित है। 14 ,15 वर्ष के बच्चों के लिए जो कोविशील्ड टीका आया था ,अभी तक इन्होने एक ही डोज़ लिए है। छह माह बाहर लेने के कारण वो दूसरा डोज़ नहीं ले पाए। तो इन्हे जानकारी चाहिए कि कोविशील्ड का दूसरा डोज़ कब तक मिलेगा।

दृष्टिहीन व्यक्ति हमारे श्रोता राहुल कहार ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहें हैं की, किसी भी काम को करने के बाद हाथों को अच्छे से साफ़ करना चाहिए, जैसे की शवचालय से आने के बाद, बाहर से आने के बाद या खाना खाने के ख़ास कर के हाथों को धोना चाहिए

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दिल्ली के बुराड़ी से राजेश कुमार पाठक ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि उनकी 16 वर्ष की बेटी विकलांग है जिसने कोरोना टीका नहीं लिया है। वहीं 13 व 15 वर्ष का दो बेटा ने भी कोरोना का टीका नहीं लिया। तीनों बच्चे कोरोना टीका लेने में इच्छुक नहीं है ,इसीलिए इन्होने भी बच्चों से टीका के लिए ज़ोर जबरदस्ती नहीं की

दोस्तों, , कोरोना संक्रमण का असर 2 सप्ताह या अधिकतम 1 माह में खत्म हो जाता है. इसके बाद जैसे ही पीडित की रिपोर्ट नेगेटिव आती है, उस समय से 3 माह बाद कोरोना टीके की पहली डोज लगवा सकते हैं .