एक श्रोता मोबाइल वाणी से जानना चाहते हैं कि जो लोग कोरोना का वैक्सीन लिए हैं उनलोगों में कई तरह का दुष्प्रभाव देखने को मिल रहा है। ऐसे में टीका लेने में डर लग रहा है। कृपया कोरोना वैक्सीन का दुष्प्रभाव क्यों हो रहा है जानकारी दें ?
कोविड महामारी में ऐेसे बहुत से लोग हैं जिन्होंने अपना रोजगार खो दिया. लॉकडाउन के कारण उनके पास काम करने के मौके भी कम हो गए हैं. ऐसे में आर्थिक स्थितियां कमजोर हो रही हैं. जिसका फायदा ठग उठा रहे हैं इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
देश में कुप्रबंधन और कमी के बीच रोजाना होने वाला टीकाकरण 23 मई को घटकर प्रति दस लाख की आबादी पर 980 रह गया था, जबकि एक हफ्ते पहले प्रति दस लाख की आबादी पर यह 1,455 था. वहीं विश्व स्तर पर दस लाख की आबादी पर यह औसतन 3,564 है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने देश भर के ग्रामीण क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ताओं की ‘खराब कामकाजी परिस्थितियों’ के आरोपों पर केंद्र और राज्यों को नोटिस जारी किया है. एनएचआरसी ने कहा कि यह देखा गया है कि ‘खराब कामकाजी परिस्थितियों’ के आरोप, यदि सही हैं, तो बहुत महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि भारत भर में विशाल ग्रामीण आबादी की संपूर्ण स्वास्थ्य प्रबंधन प्रणाली इन आशा कार्यकर्ताओं पर निर्भर करती है।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर में मरीजों के शरीर में अधिकतर ऑक्सीजन की कमी पाई जा रही है. अभी भी देशभर के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी चल रही है.ऐसे में लोग शरीर में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए घरों में तरह-तरह के नुस्खे आजमा रहे हैं. वहीं, शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढाने के लिए कई उपाय और नुस्खे सोशल मीडिया पर भी शेयर किए जा रहे हैं। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
टीकाकरण को लेकर समूचे ग्रामीण क्षेत्रों में काफी भ्रामक सूचनाएं फैल रही हैं. उत्तर प्रदेश के एक हिंदी दैनिक में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक, बाराबंकी के सिसौदा गांव के 200 से अधिक लोग उस वक्त नदी में कूद गए जब स्वास्थ्य अधिकारियों की टीम टीकाकरण अभियान के लिए गांव में पहुंची। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि प्रवासी कामगारों के पंजीकरण की प्रक्रिया बेहद धीमी है और इसमें तेजी लाई जानी चाहिए ताकि उन्हें कोविड-19 महामारी के बीच योजनाओं का लाभ दिया जा सके. शीर्ष अदालत ने प्रवासी कामगारों के पंजीकरण की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि योजनाओं का लाभ उन्हें तभी मिल सकता है जब अधिकारी उनकी पहचान करके उनका पंजीकरण करें। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
भारत में 18 साल से ज्यादा उम्र को कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है. इसके लिए 18 से 44 साल के लोगों को कोविन पोर्टल से अपॉइंटमेंट लेने की जरूरत होती है, लेकिन अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब नियम को बदल दिया है और अब इस आयु वर्ग के लोग सीधे वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर टीका लगवा सकते हैं। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
भारत में अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 2 करोड़ से ज्यादा चुकी है. लगातार बढ़ते कोरोना केस की वजह से अस्पतालों में भी लोग ऑक्सीजन की कमी के चलते दम तोड़ रहे हैं. वहीं, देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सोशल मीडिया पर इस महामारी को लेकर कई अफवाहें फैल रही हैं। पूरी खबर सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के पहले चार हफ्ते में राष्ट्रीय राजधानी से आठ लाख से अधिक प्रवासी अपने गृह राज्यों के लिए रवाना हो चुके हैं. यह जानकारी दिल्ली परिवहन विभाग की एक रिपोर्ट में दी गई. 19 अप्रैल से 14 मई के बीच आठ लाख सात हजार बत्तीस प्रवासी कामगार दिल्ली से बसों से अपने गृह राज्यों के लिए रवाना हुए। पूरी खबर सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।