आज के वक्त में लोगों को अपने कई कार्यों के लिए लोन की चाहत होती है. कुछ लोग अपना बिजनेस शुरू करने के लिए लोन लेते हैं तो कुछ लोग अपनी पढ़ाई भी कर्ज लेकर करते हैं. इसके अलावा भी कई और कामों के लिए लोग लोन लेते हैं.हालांकि कई बार ये लोग फर्जीवाड़े और ठगी के शिकार भी हो जाते हैं.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन की एक नई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में बांग्लादेश को छोड़कर भारतीय सबसे ज्यादा काम करते हैं, लेकिन सबसे कम कमाते हैं. ‘ग्लोबल वेज रिपोर्ट 2020-21: वेजेज एंड मिनिमम वेजेज इन द टाइम ऑफ कोविड-19’ के मुताबिक देर तक काम कराने के मामले में भारत दुनिया में पांचवे स्थान पर है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
कोरोना महामारी के दौरान लगभग एक करोड़ प्रवासी मजदूरों को उनके घर लौटने को मज़बूर होना पडा था. इसे ध्यान में रखकर श्रम मंत्रालय उनके लिए काम करने की जगह पर वोट देने के हक के साथ दूसरे अधिकार दिलाने के संबंध में एक नीति तैयार करा रहा है. इसके लिए रिपोर्ट तैयार करने के लिए उसने नीति आयोग से अनुरोध किया है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
लॉकडाउन के बाद से ट्रेनों के परिचालन तो शुरु हो गये है लेकिन अभी भी लंबी दूरी की ट्रेनें ही ज्यादा चल रही है.यात्रियों की परेशानी को देखते हुए पैसेंजर ट्रेन को दोबारा से चलाने का फैसला लिया गया है. यह कई चरणों में चलाई जाएंगी. ट्रेन और स्टेशन पर सामाजिक दूरी बनाए रखने का हवाला देकर यह कदम उठाया जा रहा है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
देशभर में कोरोना वायरस का खतरा अभी भी बरकरार है. बीते 24 घंटे में पूरे देश में कोरोनावायरस के कुल 9121 नए मामले सामने आए. इनके अलावा 11,805 लोग कोविड-19 से रिकवर हुए और 81 लोगों ने महामारी की वजह से दम तोड़ दिया. हालांकि, देश में कोरोना वायरस के मौजूदा हालात पहले के मुकाबले काफी बेहतर हो चुके हैं. कोरोना काल में सरकार ने सभी ट्रेनों के परिचालन पर रोक लगा दी.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
2020 में करीब 331 मानवाधिकार रक्षकों की हत्या कर दी गई थी. इनमें से दो-तिहाई पर्यावरण, जमीन और आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए काम कर रहे थे. यह जानकारी आज जारी रिपोर्ट ग्लोबल एनालिसिस 2020 में सामने आई है. गौरतलब है कि इन मानवाधिकार रक्षकों में से 6 भारत के भी थे. रिपोर्ट से पता चला है कि इनमें सबसे ज्यादा लोग कोलंबिया के थे जहां 177 लोगों की हत्या कर दी गई थी.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म्स पर एक टेक्स्ट मैसेज का स्क्रीनशॉट तेजी से वायरल हो रहा है. इस मैसेज में दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार की आयुष योजना के तहत मासिक मौद्रिक मुआवजा दिया जा रहा है. मैसेज में आप देखेंगे कि शख्स को 78,856 रुपये के वेतन की बात कही जा रही है। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के करीब 87 दिनों के आंदोलन के दौरान 248 किसानों की मौत होने की जानकारी सामने आई है. कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ किसानों के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा के इकट्ठा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, मृतकों में से 202 किसान पंजाब, 36 हरियाणा, छह उत्तर प्रदेश, एक-एक मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और उत्तराखंड से हैं। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
आर्थिक सर्वे भारत सरकार की एक सरकारी रिपोर्ट है. हर साल रिपोर्ट सेहतमंद अंग्रेजी में जारी होती है और बीमार हिंदी में भाषा और विचार पूरी तरह से सरकारी होता है। लेकिन इस रिपोर्ट से और भी बहुत से खुलासे होते हैं. भारत सरकार का आर्थिक सर्वे कहता है कि इलाज पर किए जाने वाले खर्च के चलते लोगों की कमर टूट जाती है. भारत में औसतन एक व्यक्ति की जेब से इलाज का 60 फ़ीसदी हिस्सा खर्च होता है। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
इस वक्त पूरे देश सहित दुनिया की मीडिया में किसान आंदोलन की चर्चा है. साथ ही चर्चा हो रही है महिला किसानों की जो इस आंदोलन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. हालांकि एक दूसरी रिपोर्ट है जो ये बताती है कि देश में महिला किसानों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज हो रही है, वहीं खेतिहर महिला मजदूरों की संख्या बढ़ रही है. 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में 9.59 करोड़ किसान हैं। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।