कोरोना वायरस के बारे में कई सारे वहम और गलतफ़ेमियों में से एक यह भी है की यह मास, मछली, अंडा खाने, यहाँ तक कि दूध पीने से फैलता है। जबकि यह बात सच नहीं है। लेकिन इस वहम के चलते जिन परिवारों की आजीविका मास, मछली, अंडा या दूध बेचना है, उन परिवारों का भारी व्यावसायिक नुकसान हुआ है। आपका इस विषय पर क्या अनुभव है?