दोस्तों, केन्द्र सरकार ने 1995 में देश के सरकारी स्कूलों में मिड डे मील योजना की शुरूआत की थी. पहले यह योजना कुछ चुनिंदा राज्यों और स्कूलों में शुरू हुई, फिर धीरे—धीरे करके गांव कस्बों तक पहुंच गई. लेकिन क्या है इस योजना के फायदे ?और क्यों है इसकी ज़रूरत ? जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें

मुजफ्फरपुर से संतोष कहते हैं कि इस वर्ष इंटर की कंपार्टमेंटल परीक्षा देने वाले छात्र-छात्र इंटर के वार्षिक परीक्षा 2022 में शामिल हो सकेंगे। इसके लिए छात्रों को ऑनलाइन आवेदन देना होगा। विद्यार्थी ऑनलाइन आवेदन बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर कर सकते हैं। इसके लिए छात्रों को 28 अक्टूबर तक का समय दिया गया है। मालूम हो कि इंटरमीडिएट कंपार्टमेंटल सर्विसेस परीक्षा 2021 में बोर्ड द्वारा ऑनलाइन परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन भरा गया, लेकिन कंपार्टमेंटल परीक्षा नहीं हुई। अब ऐसे अभ्यर्थी जो कंपार्टमेंटल नहीं दे पाए और इंटर वार्षिक परीक्षा 2022 में शामिल होना चाहते हैं तो अभी फॉर्म भर सकते हैं। इसकी सूचना सभी स्कूल-कॉलेज को दे दी गई है। बोर्ड के इस फैसले से लगभग 200000 छात्र-छात्राओं को फायदा होगा।

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बिहार राज्य के जिला मुज़्ज़फरपुर से संतोष कुमार मंडल मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दे रहे है कि दुसरी से आठवीं कक्षा तक दाखिला में एक करोड़ छात्र-छात्राएं के खाते में किताब की खरीदी के लिए राशि भेजी जाएगी पहली से चौथी तक प्रति बचा ₹250 जबकि पांचवी से आठवीं तक कक्षाओं में बच्चे को ₹400 मिलेंगे विद्यार्थियों को किताब की राशि दी जाएगी अधिकारी ने निर्देश दिया है कि हर हाल में बच्चों के पास किताब होनी चाहिए सरकार पैसा देगी टेस्ट बुक के माध्यम से किताब बाजार में उपलब्ध होगी तो फिर बच्चों और अभिभावकों के द्वारा खरीदी नहीं करने की उचित नहीं होगा शिक्षा विभाग हमारी अधिकारी स्कूल के शिक्षक और विद्यालय समितियों को किताब खरीदने के लिए अभिभावकों को प्रेरित करें तथा उनके दायित्व को बताएंगे यह जानकारी विजय कुमार चौधरी शिक्षा मंत्री बिहार सरकार ने दी है फिर मिलेंगे कुछ नई जानकारी के साथ तब तक आप सुनते रहे जीविका मोबाइल बानी धन्यवाद

संतोष कुमार मंडल (मोबाइल वाणी रिपोट) :- बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से शुक्रवार की शाम 10वीं व 12वीं की कंपार्टमेंटल परीक्षा रद करने की अधिसूचना जारी कर दी गई है। साथ ही एक और अधिकतम दो विषयों में अनुत्तीर्ण छात्रों को ग्रेस अंक देकर पास करने का निर्णय लिया गया है। जिसमे 10वीं व 12वीं के जिले के 12 हजार से अधिक विद्यार्थियों को लाभ मिला है। इनका परिणाम शनिवार को शाम तक वेबसाइट पर उपलब्ध हो जाएगा। परिणाम जारी होने से ये छात्र इंटर व स्नातक में दाखिले आवेदन कर सकेंगे। बोर्ड की ओर से कहा गया कि स्थिति सामान्य होने के बाद यदि परीक्षा होती तो इसमें काफी विलंब हो जाता। छात्रों के भविष्य को देखते हुए बोर्ड ने ये निर्णय लिया है। बता दें कि जिले में मैट्रिक में 75 और इंटर में करीब 55 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए थे। डीईओ अंसारी जी ने कहा कि बोर्ड के इस निर्णय से जिले के करीब 12 हजार छात्र-छात्राओं को लाभ मिला है। ये विद्यार्थी इंटर व स्नातक में नामांकन से वंचित होने से बच जाएंगे।

बीपीएससी मे सफलता प्राप्त करनेवाली अपने गाँव की बेटी प्रज्ञा मिश्रा को गांव पहुचने पर कलम तथा डायरी देकर सम्मानित किया तथा उत्साह बढाया

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संतोष कुमार मंडल की रिपोर्ट:- साथियों 25 अप्रैल से हो रही है। सेना बहाली लिखित ....विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो किलिक करें।

कहानी के आठवें भाग में मुन्नी ने बताया कि उसके पिताजी की दुर्घटना हुई है और अभी हालत सही नहीं है। मुन्नी के पिताजी ने अपनी बेटी मुन्नी को विद्यालय से छात्रवृत्ति लाने के लिए कहा था। वह अपने विद्यालय आई और शिक्षक से दसवीं की छात्रवृत्ति प्राप्त करने के विषय पर चर्चा कि। शिक्षक ने दसवीं की छात्रवृत्ति को प्राप्त करने के लिए पुरे विस्तार से बताया। शिक्षक ने बताया कि सरकार द्वारा निकाली गई अत्यंत पिछड़ा वर्ग मेधा विर्धि योजना के तहत बिहार परीक्षा बोर्ड के दसवीं के छात्र परीक्षा में प्रथम श्रेणी लाया हो, तो उसे दस हजार की छात्रवृत्ति दी जाती है। साथ ही विद्यार्थी को बिहार का निवासी होना अनिवार्य है। शिक्षक ने यह भी जानकारी दी कि विद्यार्थी के माता-पिता की आय सालाना डेढ़ लाख से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। अन्यथा विद्यार्थी को छात्रवृत्ति प्राप्त नहीं हो पाएगी। शिक्षक ने यह भी बताया कि बिहार राज्य के दूसरे छात्रवृत्ति योजना के तहत जिस विद्यार्थी के माता पिता की आय सालाना एक लाख या उससे कम हो, तो भी विद्यार्थी को छात्रवृत्ति प्राप्त होती है। शिक्षक ने बहुत ही अच्छी जानकारी देते हुए बताया कि विद्यार्थी अगर अपने बिहार राज्य या किसी अन्य राज्य के सरकारी या गैर सरकारी संस्था में या महाविद्यालय में प्रवेश लेता है, तो पाठ्यक्रम के अनुसार विद्यार्थी को छात्रवृत्ति दी जाती है। शिक्षक ने मुन्नी को छात्रवृत्ति की जानकारी और सरल तरीके से दी। जैसे :- इंटर में प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थी को छात्रवृत्ति दो हजार रूपए दिए जाते हैं, विद्यार्थी को किसी भी विषय के स्नातक में प्रवेश करने के लिए पाँच हजार रुपए छात्रवृत्ति दी जाती है। साथ ही अन्य कोर्स जैसे :- एम.ए, एम.कॉम, एम.एस.सी, एम.फील्ड, पी.एच.डी या किसी और कोर्स के लिए पाँच हजार रूपए छात्रवृत्ति के रूप में दी जाती है और तकनीकी की पढ़ाई के लिए विद्यार्थी को दस हजार रूपए छात्रवृत्ति दी जाती है। साथ ही शिक्षण संस्थान में प्रवेश करने के लिए विद्यार्थी को पंद्रह हजार रूपए छात्रवृत्ति दी जाती है

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