झारखण्ड राज्य के रांची जिला बीआईटी से संजना कुमारी अब मेरी बारी कार्यक्रम के माध्यम से बताती हैं कि उन्हें अब मेरी बारी कार्यक्रम बहुत अच्छा लगता है और किशोर -किशोरियों को बहुत फायदा पहुंच रहा है। वे बतातीं हैं कि वे पहले आयरन की गोली नहीं खाती थी क्योंकि उन्हें लगता था कि आयरन की गोली सिर्फ बड़े लोग ही खाते हैं और इससे किशोर -किशोरियों का कोई लेना देना नहीं होता है। माँ के कहने पर भी वे हरी साग सब्ज़ियाँ नहीं खाती थी लेकिन जब उन्होंने अब मेरी बारी कार्यक्रम सुना और उन्हें आयरन की गोली के महत्व की विस्तार से जानकारी दी गयी तब उन्हें पता चला कि आयरन की गोली शरीर में खून की कमी नहीं होने देता है और किशोर -किशोरियों के बढ़ते शरीर के लिए आयरन की गोली बहुत जरुरी होता है।इन सब जानकारियों के लिए वे अब मेरी बारी कार्यकर्म को धन्यवाद दे रही हैं।