दोस्तों, क्या आप कोविड नियमों या फिर प्रोटोकॉल... जैसे मास्क लगाना, शारीरिक दूरी का पालन करना और सैनेटाइजर का उपयोग करने की बात मान रहे हैं? आपके समुदाय में लोग कैसे खुद को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रख रहे हैं? इसके साथ ही बताएं कि सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना से बचाव को लेकर हमें क्या क्या ध्यान रखना चाहिए? अपने आसपास या समुदाय में लोगो को कोरोना से जागरूक रखने के लिए आप क्या कर रहे है? अपनी बात हम तक पहुंचाने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3..
दोस्तों, हम पुरानी परम्परा रही है कि किसी भी नवजात शिशु को 6 दिन तक किसी अन्य व्यक्ति के हाथ में नहीं दिया जाता. ताकि गंदे हाथों की वजह से उसे संक्रमण न हो जाए. साथ ही लोगों को हिदायत दी जाती है कि बच्चे को गोद में लेने से पहले हाथ जरुर साबुन से साफ करें. पर कई बार देखा जाता है कि लोग इस नसीहत को गंभीरता से नहीं लेते. कोरोना के दौरान भी तो यही हुआ...! घर की महिलाओं और नवजात शिशुओं की मांओं के लिए हाथ धोना क्यों जरूरी है, इस बारे में आज राजू और पंकज के साथ साथ आप भी जान लें...!
दोस्तों, हाथ धोते रहने का कोई निश्चित समय नहीं है पर जब भी हाथ गंदे दिखते हैं हाथ धो लिया करो. इसके अलावा खाना बनाने से पहले और बाद में, खाना खाने से पहले और बाद में, घर पर किसी ऐसे व्यक्ति की देखभाल करने से पहले और बाद में जो उल्टी या दस्त से बीमार है. कट या घाव का इलाज करने से पहले और बाद में. शौचालय का उपयोग करने के बाद. और ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें.
दोस्तों,कोरोना संक्रमण को हल्के में नहीं लेना है बल्कि उसके खिलाफ हमारी जंग अभी भी जारी है. इसलिए लगातार साबुन से हाथ धोते रहें, मास्क का उपयोग करें और शारीरिक दूरी का पालन करें. साथ ही हमें बताएं कि क्या आपके समुदाय में लोग अभी भी इन बातों का ख्याल रखे हुए हैं? आप खुद को और परिवार को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए किन बातों का ध्यान रखते हैं? अपनी बात हम तक पहुंचाने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.
दोस्तों, कोरोना संक्रमित मरीजों में सर्दी जुकाम, खांसी और बुखार का होना आम लक्षण हैं, इसलिए डॉक्टर एहतियात के तौर पर उन्हें ठंडी चीजों से दूर रहने की सलाह देते हैं. जैसे बर्फ, ठंडा पानी, शरबत आदि. लेकिन फलों का जूस तो उनकी तबियत में सुधार लाने के लिए बहुत जरूरी है, अगर जूस में बर्फ ना डालें तो! साथ ही इसके अलावा और क्या क्या ध्यान रखना चाहिए , जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें।
दोस्तों, सही जानकारी ना हो तो कितनी परेशानी हो जाती है... अभी सुना ना आपने. इसलिए तो कहते हैं कि हर बात को वेरीफाइ जरूर करें. खैर अब आप बताएं कि अगर आपके घर में या आसपास कोई कोरोना संक्रमित हो तो उसकी मदद कैसे करेंगे? संक्रमित व्यक्ति से संक्रमण दूसरों में ना फैले इसके लिए कौन कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए? अगर आपके आसपास कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति है तो उसके साथ सभी का व्यवहार कैसा है? अपनी बात हम तक पहुंचाने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.
दोस्तों, कोरोना का खतरा अब पहले जैसा नहीं है. लोग अस्पताल कम पहुंच रहे हैं पर इसका मतलब ये नहीं कि कोरोना जड़ से खत्म हो गया है और खतरा अभी टला नहीं....! अगर आप भी कोरोना को हल्के में ले रहे हैं तो जरा हमारे राजू और पंकज से सबक ले लीजिए..!
दोस्तों, मोबाइलवाणी के अभियान क्योंकि जिंदगी जरूरी है में इस बार हम इसी मसले पर बात कर रहे हैं, जहां आपका अनुभव और राय दोनों बहुत जरूरी हैं. इसलिए हमें बताएं कि आपके क्षेत्र में बच्चों को साफ पानी किस तरह से उपलब्ध हो रहा है? क्या इसमें पंचायत, आंगनबाडी केन्द्र आदि मदद कर रहे हैं? आप अपने परिवार में बच्चों को साफ पानी कैसे उपलब्ध करवाते हैं? अगर गर्मियों में बच्चों को दूषित पानी के कारण पेचिस, दस्त, उल्टी और पेट संबंधी बीमारियां होती हैं, तो ऐसे में आप क्या करते हैं? क्या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से बच्चों का इलाज संभव है या फिर इलाज के लिए दूसरे शहर जाना पड रहा है? जो बच्चे स्कूल जा रहे हैं, क्या उन्हें वहां पीने का साफ पानी मिल रहा है? अगर नहीं तो वे कैसे पानी का इंतजाम करते हैं?
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