संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, यदि दुनिया भर के देश और कंपनियां मौजूदा तकनीकों का उपयोग करके नीति में बदलाव करती हैं, तो 2040 तक प्लास्टिक प्रदूषण 80 फीसदी तक कम हो सकता है।प्लास्टिक प्रदूषण को मात देने के लिए एक वैश्विक समझौते पर पेरिस में दूसरे दौर की वार्ता से पहले इस रिपोर्ट को जारी किया गया है।ज़्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें।
बढ़ते वजन और मोटापे को नियंत्रित रखने के साथ गैर संचारी रोगों के जोखिम को कम करने के लिए चीनी के स्थान पर उसके कृत्रिम या प्राकृतिक विकल्पों के सेवन को बेहतर समझा जाता रहा है, लेकिन क्या सच में ऐसा होता है। इस बारे में 15 मई 2023 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नए दिशानिर्देश जारी करते हुए आगाह किया है कि मिठास के इन कृत्रिम और प्राकृतिक विकल्पों के सेवन से बचना चाहिए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
भारतीय दक्षिण-पश्चिम मॉनसून जो भारत में फसल के लिए अहम है। इसकी शुरुआत केरल से होती है, जो गर्म और शुष्क मौसम को बरसात के मौसम में बदल देता है। जैसे-जैसे मॉनसून उत्तर की ओर बढ़ता है, कई इलाकों में पड़ रही चिलचिलाती गर्मी से लोगों को राहत महसूस होती है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
आए दिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कुछ ना कुछ ऐसी खबरें वायरल होती है, जो लोगों के अंदर भ्रम पैदा करती है। अब ऐसी ही एक न्यूज तेजी से फैल रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि देश में 10 दिन के लिए सब कुछ बंद होने वाला है।आज के दौर में कोई भी सोशल मीडिया पर सामने आने वाली किसी भी न्यूज़ या फिर वायरल वीडियो पर भरोसा कर लिया जाता है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
ग्लोबल वार्मिंग का एक और प्रभाव झारखंड में देखने को मिल रहा है। मार्च-अप्रैल में पड़ी भीषण गर्मी की वजह से झारखंड के घाटशिला के लोग एक ऐसी मक्खियों का सामना करने को मजबूर हैं कि उससे बचने के लिए उन्होंने पूरी रात ही नहीं बल्कि दिन भर मच्छरदानी का सहारा लेना पड़ रहा है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
भारत में औसतन हर घंटे 345 नवजातों का जन्म समय से पहले हो जाता है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है। यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी नई रिपोर्ट बर्न टू सून: डिकेड ऑफ एक्शन ऑन प्रीटर्म बर्थ में सामने आई है।इस रिपोर्ट को संयुक्त राष्ट्र बाल कोष ,विश्व स्वास्थ्य संगठन और मातृत्व, नवजात शिशु और बाल स्वास्थ्य के लिए साझेदारी सहित विभिन्न संगठनों ने मिलकर तैयार किया है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
परीक्षा दे चुके करीब 38 लाख छात्र-छात्राएं बेसब्री से नतीजों के जारी होने का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच कई मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पर रिजल्ट संबंधी फेक न्यूज प्रसारित की जा रही है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
वयस्कों की तरह छोटे बच्चों के फेफड़ों पर भी कोरोना वायरस का गंभीर असर पड़ रहा है। देश में पहली बार दिल्ली के डॉक्टरों ने एक चिकित्सा अध्ययन में यह दावा किया है कि तीन में से एक कोरोना संक्रमित बच्चे के फेफड़े सामान्य नहीं मिल रहे हैं। कोविड से उभरने के बाद इन बच्चों के फेफड़ों की प्रक्रिया प्रभावित हुई है।मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज और दिल्ली के सबसे बड़े कोविड केंद्र लोकनायक अस्पताल के डॉक्टरों ने मिलकर यह अध्ययन किया है, जिसे मेडिकल जर्नल मेडरेक्सिव में प्रकाशित किया गया है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
सशस्त्र बल बीते छह महीने के दौरान स्वदेशी उन्नत हेलीकॉप्टर ‘ध्रुव’ की चौथी बड़ी दुर्घटना से जूझ रहे हैं. इस बीच बीते सोमवार को एक और मिग-21 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसने देश के सैन्य उड्डयन क्षेत्र में अत्यधिक दुर्घटना दर से संबंधित चिंताओं को बढ़ा दिया है.राजस्थान में सूरतगढ़ के पास सोमवार करीब 09:45 बजे दुर्घटनाग्रस्त हुए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
मौसम विभाग के मुताबिक, निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। वहीं पूर्वोत्तर भारत के अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बादलों के जमकर बरसने का पूर्वानुमान है।मौसम विभाग ने कहा कि, अगले पांच दिनों के दौरान केरल और माहे, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ हल्की से भारी बारिश होने के आसार हैं।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।