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बिहार राज्य के नालंदा ज़िला के नगरनौसा प्रखंड से शोभा देवी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से अस्मिता कुमारी से हुई ।ये कहती है कि जल का उचित उपयोग करना चाहिए। साफ़ पानी पीना चाहिए
बिहार राज्य के नालंदा ज़िला के नगरनौसा प्रखंड से शोभा देवी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि शिक्षा बहुत ज़रूरी है। बिना शिक्षा का कोई कार्य संभव नहीं है। महिला शिक्षित होगी तो अपने बाल बच्चों को पढ़ाएगी। अनपढ़ रहेगी तो कोई कार्य नहीं कर सकती है न ही उन्हें सम्मान मिलता है
बिहार राज्य के नालंदा जिला के नगरनौसा प्रखंड से डॉ. शंभूशन प्रसाद ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि प्रदूषित वातावरण कारण ही कहीं आस-पास अच्छी बारिश होती है और कहीं बारिश बिल्कुल नहीं होती है। सड़क निर्माण के कारण पेड़ों की कटाई कर दी जाती है जिससे वन क्षेत्र में कमी आती है। जब तक ऐसा होता रहेगा यह वातावरण नहीं बदलेगा। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में कम से कम दस से बीस पेड़ लगाने चाहिए।
बिहार राज्य के नालंदा जिला के नगरनौसा प्रखंड से शंभुशरण प्रसाद ने मोबाइल वाणी के माध्यम से शिक्षक अरविन्द प्रसाद से बातचीत किया। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि संपत्ति में बेटियों को अधिकार देना गलत है। इससे घरों में झगड़ा बढ़ेगा
बिहार राज्य के नालंदा जिला के नगरनौसा प्रखंड से शंभुशरण प्रसाद ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उन्होंने मोबाइल वाणी पर चल रहे कार्यक्रम क्योकि ज़िन्दगी ज़रूरी है के तहत सुना कि पानी में आर्सेनिक की मात्रा अधिक होने से त्वचा रोग हो सकता है, जो की इन्हे बहुत अच्छा लगा। साथ ही उन्होंने कहा कि मोबाइल वाणी के माध्यम से अनेक प्रकार की जानकारियां मिलती है
बिहार राज्य के नालंदा जिला से शंभुशरण प्रसाद ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उन्होंने मोबाइल वाणी पर महिलाओं के जमीनी अधिकार से जुड़ा कार्यक्रम सुना, और यह कार्यक्रम उन्हें बहुत अच्छा लगा। ऐसे जमीनी मुद्दे उठाने के लिए वे मोबाइल वाणी को धन्यवाद देते हैं
बिहार राज्य के नालंदा ज़िला के नगरनौसा प्रखंड से शम्भू प्रसाद ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि बच्चों को बचपन से सीखना अच्छा लगता है ।शानू और छोटू की कहानी सीख देनी वाली कहानी है। अगर माता पिता बच्चों को बचपन से ही जीवन जीना सिखाएंगे ,संघर्षपूर्ण जीवन में आगे बढ़ने की सीख देंगे ,उसकी जिम्मेदारियों के लिए तैयार करेंगे तो आगे चल कर बच्चे अच्छे से बढ़ेंगे है।बच्चे धीरे धीरे जिम्मेदार बनेंगे। यह कहानी से बच्चों और माता पिता दोनों को सीख लेनी चाहिए क्योंकि बच्चों को बचनपन से ही सीखना अच्छा लगता है। इस कहानी के द्वारा माता पिता को अच्छी सीख मिलती है।
बिहार राज्य के नालंदा ज़िला के नगरनौसा प्रखंड से शम्भू प्रसाद ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि महिलाओं को भूमि का अधिकार देने का कानून तो बहुत पहले ही बन गया था पर यह धरातल पर नहीं उतरा था जिस कारण अभी महिलाओं से ज्यादा पुरुषों को दिक्कत हो रही है। क्योंकि अगर उन्हें पैतृक संपत्ति का अधिकार मिल जाता तो वो सशक्त हो कर पारिवारिक गतिविधियों को संभाल लेती। अगर उन्हें जमीनी अधिकार मिलता तो उन्हें मायके और ससुराल में दिक्कत नहीं होता। आजकल समाज में महिला जलाई जा रही है क्योंकि उनके पास कुछ नहीं रहता है। पिता निश्चिंत रहते है कि उन्होंने दहेज़ देकर शादी लड़की का करा दिए ,अब सब ठीक है। परन्तु देश में अधिकतर अपराध दहेज़ के कारण ही हो रहा है। अगर महिला को पैतृक संपत्ति में अधिकार मिलने लगता तो यह अपराध भी कम होने लगता।
बिहार राज्य के नालंदा ज़िला के नगरनौसा प्रखंड से शम्भू प्रसाद ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि जब भी बच्चों का रोना होता है , हाथ और पैर के इशारों से वो अपने माता पिता को संकेत देता है की उसे क्या दिक्कत हो रही है। जैसे अगर बच्चे के पेट में दर्द है ,तो पैर पेट के पास पहुँचा कर रोते है ,ऐसे में अगर माता पिता उनका संकेत समझ जाते है तो बच्चों की समस्या को समझने और अच्छी परवरिश देने में काम आता है। जब बच्चे बड़े हो जाते है तो उन्हें सीखना ज़रूरी है। झूठ में सहयोग नहीं करेंगे तो वो आगे भी झूठ नहीं ही बोलेंगे। वही मोबाइल के इस्तेमाल में भी नियंत्रण करना ज़रूरी है