उत्तर प्रदेश राज्य के गाज़ीपुर जिला से मोनिका मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती हैं कि किशोरावस्था में मानसिक में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन होते हैं।इस दौरान मस्तिष्क के विभिन्न क्षेत्र परिपाक होते हैं।खासकर जो निर्णय लेने और संज्ञानात्मक निर्णय के लिए जिम्मेदार होता है।मस्तिष्क में स्वतंत्रता कोशिकाओं के बीच संबंध मजबूत होते हैं और सूचना प्रसारण की दक्षता में सुधार होता है।यह मस्तिष्क का वह हिस्सा है जो योजना बनाने, निर्णय लेने और आज्ञा को निर्णीत करना का काम करता है। किशोरावस्था के दौरान यह क्षेत्र विशेष रूप से विकसित होता है।जिससे किशोरों में अधिक परिपाक और निर्णय लेने की क्षमता आती है।

उत्तर प्रदेश राज्य के गाज़ीपुर जिला से मोनिका मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती हैं कि किशोरावस्था सिर्फ शारीरिक बदलाव का समय नहीं होता जबकि यह एक जटिल विकासात्मक चरण है। जिसमें शारीरिक, मानसिक भावनात्मक और सामाजिक परिवर्तन एक साथ होते हैं। इसमें यौवन ऊचाई और वजन में वृद्धि और द्वितीय यौवन विशेषताओं का विकास होता है।सोचने की क्षमता तर्क, कौशल और निर्णय लेने की क्षमता में सुधार होता है। भावनाओं को समझने और व्यक्त करने में बदलाव और आत्म पहचान की खोज शामिल है।साथ संबंध स्वातंत्रता की भावना और सामाजिक भूमिकाओं को समझने में बदलाव शामिल है।किशोरावस्था रोमांच लेकिन चुनौतीपूर्ण समय हो सकता है।इस दौरान किशोरों को अपने शरीर और दिमाग में हो रहे परिवर्तन को स्वीकार करना उनका प्रबंधन करना सीखना होता है।

उत्तर प्रदेश राज्य के गाज़ीपुर जिला से मोनिका मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती हैं कि किशोरा अवस्था में शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक तीनों प्रकार के परिवर्तन देखने को मिलते हैं। शारीरिक परिवर्तनों में ऊंचाई और वजन में वृद्धि,यौवन के लक्षण का विकास होता है और जननंगों के आस पास बालों का बढ़ना शामिल है।मानसिक परिवर्तनों में सोचने की तरीके में बदलाव भावनात्मक उतार चढ़ाव और आत्म जागरूकता में वृद्धि शामिल है। भावनात्मक परिवर्तन में सामाजिक संबंधों में बदलाव और स्वतंत्रता की भावना में वृद्धि शामिल है।किशोरा अवस्था में बच्चे तेजी से बढ़ते हैं और उनका वजन भी बढ़ता है।लड़कियों में स्तनों का विकास,मासिक धर्म की शुरुआत और जन नंगो के आस पास बालों का बढ़ना शामिल है। लड़कों के चेहरे पर बाल ,आवाज में भारी होना और अंडकोश का बढ़ना शामिल है।मुहाशे तेलिया त्वच और पसीना आना आम है।लड़कों में मांसपेशियों का विकास अधिक होता है जबकि लड़कियों में वसा जम होती है।

उत्तर प्रदेश राज्य के गाज़ीपुर जिला से मोनिका मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती हैं कि तेरह से उन्नीस वर्ष की आयु के बीच के व्यक्ति को किशोर कहते हैं।इसे टीनेजर भी कहा जाता है।यह समय होता है जब बच्चे वयसकता की उम्र से बढ़ते हैं और उनमें शारीरिक भावनात्मक और मानसिक परिवर्तन होते हैं।किशोरावस्था को टीनएज भी कहा जाता है क्योंकि इसमें तेरह से उन्नीस वर्ष की उम्र शामिल है। इस दौरान किशोरों में कई बदलाव होते हैं।यौन परिपक्वता जैसे की मासिक धर्म लड़कियों में और शुक्राणु उत्पन्न लड़को में शुरू हो जाती है।

उत्तर प्रदेश राज्य के गाज़ीपुर जिला से मोनिका मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती हैं कि किशोरावस्था की उम्र दस से उन्नीस की आयु के बीच होती है।किशोरावस्था में बच्चे तेज़ी से बढ़ते हैं।किशोरावस्था के दौरान शारीरिक परिवर्तन होते हैं। जैसे ऊंचाई ,वज़न और यौन अंग विकसित होता है।इस दौरान बच्चों में सोच ,समस्या समाधान ,कौशल में सुधार होते हैं।किशोरावस्था में सामाजिक संबंधों ,पहचान और स्वतंत्रता की भावना विकसित होते हैं।

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से उपेंद्र कुमार की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से नारायण से हुई। नारायण यह बताना चाहते हैं कि किशोरावस्था की उम्र बारह से अठारह साल तक होती है।किशोरावस्था में मानसिक और शारीरिक बदलाव आते हैं।व्यक्ति जब बाल्य अवस्था से किशोरावस्था में आता है तो वह अपने परिवार को आगे बढ़ाने के बारे में सोचता है।बच्चे आज कल मोबाइल का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।माता पिता देखते हैं की अगर उनके बच्चे पढ़ना चाहते हैं तो किसी भी परिस्थिति वह अपने बच्चों को पढ़ाते हैं।अगर बच्चा गलत सांगत में पड़ गया है तो माता पिता को अपने प्रॉपर्टी या पैसा नहीं देना चाहिए क्योंकि वह उस पैसा का गलत इस्तेमाल कर सकता है।बच्चों के शादी होने तक माता पिता को अपने बच्चों पर दृष्टि बनाए रखना चाहिए।

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