एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के अंतर्गत दो दिवसीय गोष्ठी का कार्यक्रम रखा गया जिसमें पहले दिन गोष्ठी का आयोजन किया गया वहीं दूसरे दिन प्रगतिशील कृषकों के यहाँ भ्रमण का किया जाएगा इसके माध्यम से फल फूल,मधुमक्खी पालन, औषधि और मशरूम की खेती नए खाद्य प्रसंस्करण नवीनतम तकनीकी से परिचित कराया जाएगा। जिला उद्यान अधिकारी सुभाष कुमार ने कहा कि जो सब्जियां खराब हो जाती है,उसके लिए प्रसंस्करण की प्रकिया होती है। इस दौरान इंजीनियर अमित सिंह ने पीएम (FME) योजना के तहत सब्जियों का प्रसंस्करण होगा। जिस तहत किसानों को सब्जियां फेंकने की जरूरत नहीं होगी और उसे कम मूल्य पर बेचने की जरूरत नहीं होगी और सब्जियों को डिहाइड्रेट करके अपने पास रख जा सकता है। और सीजन में उसका पाउडर बनाकर उसका बिक्री कर सकेंगे। इस दौरान वाराणसी के 8 ब्लॉक से किसन आए हुए थे। और आठ ब्लॉक के एक-एक किसानों को जिला अधिकारी के द्वारा प्रशस्तिपत्र दिया गया प्रशस्तिपत्र देने के बाद किसानों को प्रोत्साहन भी दिया गया। जिससे वह खेती में और उपजाऊ उपज कर सकते है। और जायद के मौसम की सब्जियों की जानकारी दी गई। और वैज्ञानिकों के सहायता से किसानों को नि:शुल्क बीज दिया गया