जैसा कि आप सभी जानते हैं कि आज पूरा विश्व प्रदूषण की मार झेल रहा है ऐसे मे आड ई वन या पराली न जलाने से ही समस्या का अंत नहीं होगा एनजीटी यानी कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल का आदेश या न्याय के मंदिर न्यायालय के आदेश से कोई बात बनती नहीं दिख रही है दोस्तों हमारे देश में बिजली की नियमित आपूर्ति गैस के बढ़ते दाम और डीजल वाहनों से निकलने वाले धुएं से जब तक निजात नहीं मिलती तब तक प्रदूषण का स्तर बढ़ने के सिवाय और रुकने का नाम नहीं लेगा ऐसे में सरकार को चूल्हे से निकलने वाले धुएं से निजात पाने के लिए गरीब जनता को लकड़ी से सस्ते ही धन और औद्योगिक इकाइयों को नियमित बिजली आपूर्ति तथा साथ ही साथ डीजल चालित वाहनों पर भी विशेष ध्यान देना होगा