लॉकडाउन के बाद अपने गृह राज्यों में तीन करोड़ आंतरिक प्रवासियों के साथ, सवाल यह है कि उनमें से कितने ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए जीविकाएँ पाएंगी और कितने लोग वापस आएंगे और कितने वेतन पर आएंगे? इस महामारी दौर में भारत के साथ-साथ बांग्लादेश से आए प्रवासियों को रोजी-रोटी का भारी नुकसान हुआ है। प्रवासी कामगारों के लिए एक प्रमुख गंतव्य ईरान की... खाड़ी देश है।भारत और बांग्लादेश कुछ लोगों को वापस लाने में मदद कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर अक्टूबर में विधानसभा चुनावों के लिए कमर कसते हुए, बिहार सरकार ने कई वर्षों से मतदाता सूची से हटने वाले प्रवासियों को पंजीकृत करने के लिए एक अभियान शुरू किया है। ऑडियो पर क्लिक कर सुनें पूरी ख़बर...