जिला मधुबनी के खुटौना प्रखण्ड से चंदू जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि खुटौना,लदनिया,बाहुबरी,लोखी प्रखंडो में 90% गरीब मध्य वर्ग के लोग शौचालय की सुविधा से आज भी वंचित है।सरकार द्वारा पूर्व में मनरेगा के तहत शौचालय निर्माण कार्य शौपा गया था।परन्तु अधिकारी जनप्रतिनिधि के प्रभाव में वर्षो से शौचालय निर्माण वाले व्यक्ति को 2000 रूपये लेकर प्राप्त कराए जा चुके है शेष खुले में शौच करने के लिए मजबूर है।प्रति वर्ष 19 नवम्बर को शौचालय दिवस मनाया जाता है। और इस अवसर पर लम्बी चौड़ी बाते भी करते है पर कुछ समय बाद सभी बातो को भूल जाते है। हमारी सरकार स्वस्थ भारत मिशन चला कर देश कि जनता को जागरूक कर रही है।पर लोगो की जागरूकता तब असफल हो जाती है जब अधिकारी इस कार्य के प्रति उदासीनता दिखाते है।शौचालय निर्माण के लिए सरकार द्वारा अनुदान राशि भी दी जाती है लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण इसमें बाधा खड़ी हो रही है।अत:देश को स्वछ और अपने परिवार को पूर्ण रूप से खुले में शौच मुक्त कराने का कार्य करे।साथ ही जनता को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने की आवश्यक्ता है
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जनता की रिपोर्ट चर्चा मंच पर आने वाले सप्ताह में हम बात करेंगे "शौचालय और उसके इस्तेमाल के बारे में " ........श्रोताओं, भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के तहत हरघर में शौचालय का निर्माण किया जाना है, तो क्या आपके गांव के सभी घरों में शौचालय का निर्माण हुआ है? अगर हर घर में शौचालय है, तो क्या लोग इसका इस्तेमाल करते हैं या फिर अभी भी लोग खुले में शौच करते हैं ? और अगर आज भी लोग खुले में शौच करते हैं, तो इसकी मुख्य वजह क्या है ? क्या प्रशासन द्वारा खुले में शौच करने से होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को बताया जाता है? आप क्या सोचते हैं इन मुद्दों पर, हमे बताये नंबर -3 दबाकर