मधुबनी से रामानंद सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि अब वो दिन दूर नहीं जब नर्सिंग होम को लोग अपनी दुकान समझ और कमाने खाने का रोजगार समझ लिए है उनकी अब खैर नहीं,शुरू हो चुकी है इनकी खोज खबर। लचर व्यवस्था के कारण चल रहे निजी अस्पतालो की संख्या काफी बढ़ गयी है।लोग इसे लोकसेवा की जगह पर सबसे बड़े मुनाफे के रूप में देखने लगे है, इसी वजह से आये दिन इन नर्सिंग होम में पहुंचने वाले लोगो द्वारा चिकित्सा की जगह पर लूट-खसोट की शिकायत थाने में पहुंच चुकी है. हंगामे होते रहे है। इस संदर्भ में झंझारपुर के थाना अध्यक्ष रामचंद्र मंडल कहते है की 24 घंटे के अंदर नर्सिंग होमो को कहा गया है वे अपना प्रमाणपत्र और लाइसेंस थाने में जमा करे अन्यथा उन पर कार्रवाई किया जायेगा साथ ही नर्सिंग होम सञ्चालन के लिए वैध कागज ,चिकित्सको का नाम ,पता प्रमाणपत्र सम्बंधित सभी कागजात ,नर्सिंग होम के कार्य करने का अनुभव प्रमाणपत्र ,नर्सिंग होम में कार्यरत कर्मियों की सूची नाम ,पता और मोबाइल नंबर के साथ देने को कहा गया है।