रामानंद सिंह,मधुबनी खजौली से मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि विभागीय उदासीनता और समुचित प्रबंधन के अभाव में मधुबनी जिले के प्रायः सभी प्रखंडों की ग्रामीण उपचार व्यवस्था इन दिनों चरमरा गयी है,कुछ स्वास्थ्य केंद्रों और उपकेंद्रों को छोड़ कर बाकि सभी जगह ग्रामीण क्षेत्र के लोग झोलाछाप पर निर्भर हो रहे है.चिकित्सा व्यवस्था में सुधार होता तो ग्रामीण क्षेत्र के लोगो को ईलाज के लिए बाहर नहीं जाना होता परंतु सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है।