मधुबनी से रामानंद सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि शिक्षा की स्थिति काफी गंभीर हो चुकी है,शिक्षा में काफी गिरवाटे भी आयी है। सरकार इससे बिमुख दिख रही है क्योंकि अब तक इस पर कोई कार्यवाई नहीं की जा रही है। छात्र-छात्राओं को पढ़ने के लिए पुस्तक तक उपलब्ध नहीं कराये जा रहे है। इसका एक उदाहरण है झंझारपुर में तक़रीबन 51 मध्य विद्यालयों के वर्ग आठ में पढ़ने वाले लगभग चार हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को विद्यालय में पिछले चार महीने से पढ़ाई नहीं वरन खेल-कूद में समय बिताना पड़ रहा है क्योंकि किसी के पास किताबे नहीं है, वे विद्यालय तो आते जरूर है पर पढ़ाई के नाम पर केवल खाना पूर्ति हो रही है।