जिला मधुबनी ,खजौली से रामाशीष सिंह मधुबनी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की रेलवे कोशिश मे लगा है की अर्थिक रूप से संपन्न बुजुर्ग नागरिक रेलवे मे मिलने वाले रियायत को त्याग दे जिससे रेलवे मे हो रहे घाटे की भरपाई की जा सके। यह सूत्र रेलवे मे घाटे की भरपाई कभी नही कर सकता। यदि रेल की मंशा रेल के घाटे को पूरा करना है तो रेल का परिचालन सही समय पर हो ,रेल परिचालन मे घंटो विलंब के कारण लोग अावागमन का दूसरा विकलप ढूंढ लेते है। गाड़ी रोकने के लिए वैकंप का उपयोग रोका जाए ,कोयला चोरी पर लगाम लगे साथ ही बेटिकट यात्रा कर रहे लोगो पर नियंत्रण कर अनिवार्य रूप से टिकट की नियमित जांच हो ऐसा करने से ना केवल रेल राजस्व मे बढ़ोतरी होगी वही रेलकर्मियो की नाजायज अामदनी रुकेगी।
